कोरोना वैक्सीन से जुड़ी अफवाहों पर ध्यान न देकर टीका लगवाएं, डॉक्टर क्यों बता रहे इसे जरूरी, जानें वजह
कोरोना वैक्सीनेशन के लिए सरकार युद्धस्तर पर अभियान चला रही है। टीका एक्सप्रेस को गांवों में भेजा गया है। कुछ लोग इंटरनेट मीडिया में फैला रहे अफवाह संदेह की वजह से टीका लगवाने की दर है कम डॉक्टरों से जानिये क्या है अफवाह और सच्चाई।
उपेंद्र कश्यप, दाउदनगर (औरंगाबाद)। कोरोना प्रतिरोधी टीकाकरण को लेकर कई तरह की अफवाह है। सोशल मीडिया से लेकर मौखिक बातचीत तक में लोग अफवाह के कारण प्रभावित होते दिख रहे हैं। और नतीजा यह है कि कोविड-19 रोधी टीका लेने को लेकर गति में सुस्ती दिखती है। समाज में कई लोग अफावाह्से प्रभावित होकर टीका लगाने को तैयार नहीं हो रहे और दूसरों को भी टीका लगाने को लेकर संशय में दाल दे रहे हैं। यहाँ के दन्त चिकित्सक और सोशल मीडिया पर सक्रिया कोविड से जंग जीत चुके युवा चिकित्सक डॉ.राजन ने कोरोना रोधी टीका को ले चल रहे पांच अफवाह को चिन्हित किया। और दैनिक जागरण से इन अफवाहों को लेकर लोगों के भ्रम दूर करने को कहा।
ये हैं पांच अफवाहें
1. वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना हो जा रहा है, तो वैक्सीन लेकर भी क्या फायदा?
2. वैक्सीन लेने वालों में से बहुत की मौत हो जा रही है।
3. वैक्सीन लेने के बाद लोग बीमार हो जा रहे हैं। बुखार और कमजोरी लग रही है।
4. वैक्सीन का बहुत ज्यादा साइड इफ़ेक्ट हो रहा है। सरकार हमलोग पर ही वैक्सीन का ट्रायल कर रही है।
5. कोरोना-वोरोना कुछ नहीं है, सब 5 G के रेडिएशन का साइड इफ़ेक्ट है।
वैक्सीन से 90% गतिरोधाका क्षमता होती है प्राप्त: डॉ.राजेश
- कोरोना वैक्सीन एक इम्यूनोबूस्टर है जो संक्रमण के साथ साथ आपके इम्यूनिटी को वाइरस के ख़िलाफ़ बढ़ाता है। इसके फ़ायदे हैं। डोज के 14 दिन में यह आपके शरीर में पूरी तरह से असर दिखता है। दूसरा डोज 6 से 8 सप्ताह बाद लिया जाए तो कोविड संक्रमण से 90 प्रतिशत गतिरोधक क्षमता रखता है। पर दूसरे डोज के बाद भी लोगों को 02 सप्ताह तक अपना बचाव करना चाहिए।
- पहले सवाल के जवाब में ही इसका उत्तर है। जब तक डोज पूरा नहीं हो जाता है तब तक और बाद में भी कोरोना के नियम का पालन करते रहें।
- कोरोना के बहुत सारे लक्षण मौजूद हैं। अपने स्वास्थ्य का ख़याल नहीं रखने पर यह हो रहा है। एक दूसरे से दूरी नहीं रखी जा रही है। मास्क लगाएं, हाथ धोते रहें।
- कहीं से भी कोई मेजर साइड इफ़ेक्ट नहीं पाया गया है। यह प्रमाणित है। छोटे मोटे साइड इफ़ेक्ट्स तो हर सामान्य दवा से भी हो सकती है। यह वैक्सीन है।
- 5जी रेडीएशन की बातें सिर्फ़ भ्रांति है। कृपया सोशल मीडिया की बातों पर ध्यान ना दें। सरकार द्वारा जारी कोविड गाइड लाइन को फ़ॉलो करें। करोड़ों जनता के हित में सरकार अपने कर्तव्य से कटिबद्ध है। सरकार इससे लड़ने की पुरज़ोर कोशिश कर रही है। बस इसमें आपका और हमारा साथ चाहिए।
वैक्सीन बाद कोविड पॉजेटिव की दर 0.05%
डॉ.राजन ने अफवाहों को लेकर सच्चाई बताया। कहा कि वैक्सीन हमें रोग होने से बचाता है, हालांकि कोई भी वैक्सीन 100% कारगर नहीं होती। कोरोना वैक्सीन लगने के बाद भी जिन्हें कोरोना हो रहा है उनकी संख्या बहुत ही नगण्य आईसीएमआर के अनुसार मात्र 0.05% है। अर्थात 2000 टीका लेने वाले व्यक्ति में एक व्यक्ति संक्रमित हो रहा है और ऐसा मरीज बहुत ही आराम से ठीक भी हो जा रहां है। कोरोना वैक्सीन लेने के बाद कोरोना रोग से लड़ने के लिए हमारा शरीर एंटीबाडीज का निर्माण करता है ताकि हम कोरोना से लड़ सकें। सारी अफवाहें झूठी और बेबुनियाद हैं। हमें कोरोना को हराना है तो शीघ्र ही वैक्सीन लगवाना चाहिए।