1952 में भी किया था, इस चुनाव में भी किया मतदान
मतदान से खुद को दूर रखने वाले लोगों के लिए फतेहपुर पंचायत के इटमा निवासी हेमराज पासवान एक प्रेरणा हैं जिनके लिए लोकतंत्र का यह महापर्व अति पावन है।
गया । मतदान से खुद को दूर रखने वाले लोगों के लिए फतेहपुर पंचायत के इटमा निवासी हेमराज पासवान एक प्रेरणा हैं, जिनके लिए लोकतंत्र का यह महापर्व अति पावन है।
उनकी उम्र सौ साल के करीब है। उन्होंने 1952 से लेकर अभी तक सभी चुनावों में मतदान किया है। गुरुवार को भी वे अपने पोते मुखिया टुनटुन पासवान के साथ वोट देने पहुंचे। उन्होंने बूथ संख्या 205 पर मतदान किया। वयोवृद्ध हेमराज पासवान ने कहा कि वे चला-चली की बेला में है, लेकिन मतदान के लिए उनका जोश किसी भी युवा से कम नहीं है। यही इस देश की ताकत है, जिसने एक-एक व्यक्ति को एक वोट का समान अधिकार दिया है। हमलोग इसे यहां तक लेकर आए, अब आज की पीढ़ी इसे और मजबूती दे। उन्होंने कहा कि मतदान का जो प्रतिशत होना चाहिए, वह नहीं है। इसे सब मिलकर बढ़ाएं। वे इसे बात से खफा थे कि लोगों की शिकायतें तो खूब होती हैं, पर वोट देने के लिए ही नहीं निकलते।