रंगरेलियां मनाने वालों में शामिल होटल मालिक भेजा गया जेल
-मुरारी चंद्रवंशी व दीपक के घर की आज होगी कुर्की जब्ती -चार आरोपितों में एक ने किया था आत्मसमर्पण व दूसरा गिरफ्तार -बार-बालाओं से मारपीट व दुष्कर्म करने का भी आरोप -एसएसपी के दबिश व पुलिस की त्वरित अनुसंधान को तीन माह में पहुंचा अंजाम तक जागरण संवाददाता गया
गया । बोधगया के रिजेंसी होटल में रंगरेलियां मनाने वाले आरोपितों के घरों की कुर्की जब्ती शुरु होने पर सभी एक-एक कर पुलिस की गिरफ्त में आने लगे हैं। गुरुवार को रिजेंसी होटल के मालिक सुरेश साव को बोधगया थाना की पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तार होटल मालिक को थाना की पुलिस गया कोर्ट में हाजिर की। वहां से कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। होटल मालिक से पहले बोधगया के वार्ड पार्षद विक्की कुमार ने बोधगया थाना में आत्मसर्मपण किया था। इस तरह रंगरेलियां मनाने के मामले में दो आरोपितों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। अभी दो और आरोपित चाइल्ड लाइन के निदेशक दीपक कुमार एवं मुरारी चंद्रवंशी की गिरफ्तारी होना बाकी है। इसे भी गुरुवार को आत्मसमर्पण करने का समय दिया गया था, लेकिन ये दोनों नहीं पहुंच पाए। ऐसी स्थिति में एक बार फिर से गया कोर्ट के आदेश पर फरार चल रहे दीपक और मुरारी के घर की कुर्की जब्ती की जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि शुक्रवार को इन दोनों फरार आरोपितों के घर पर कुर्की-जब्ती होगी। इसके लिए सुरक्षा बल पहले ही मुहैया कराया गया है।
वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि वार्ड पार्षद के बाद अब होटल मालिक को कोर्ट के आदेश पर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। दो अन्य लोगों अभी भी फरार चल रहे हैं। इन्हें भी धर दबोचा जाएगा। इन दोनों फरार आरोपितों के घरों पर चौकीदारों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
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पांच आरोपित जेल में
पहले से तीन लोग गया केंद्रीय कारागार में बंद हैं। इनमें मनीष कुमार, दिलोक सिंह एवं आनंद ठाकुर शामिल हैं। अब विक्की कुमार और सुरेश साव के पकड़े जाने के बाद पांच लोग जेल भेज गए। बोधगया थाना में दर्ज प्राथमिकी में 10 लोगों को नामजद बनाया गया था।
तीन महीने में क्रम वार
आरोपितों ने किया आत्मसमर्पण
बोधगया के रिजेंसी होटल में 22 सितंबर को डास प्रोग्राम करने आई रामगढ़ की डासर के साथ आयोजकों ने मारपीट की थी। अश्लील हरकत भी की गई थी। डासर के आवेदन पर होटल मालिक सुरेश साव, दीपक कुमार, वार्ड पार्षद विक्की कुमार व मुरारी सिंह के खिलाफ बोधगया थाना में विभिन्न धाराओं में दर्ज किया गया था। बार-बालाओं का कोर्ट में 164 का बयान दर्ज कराया गया था, उसके बाद प्रभावती अस्पताल व मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में जांच कराई गई थी। मेडिकल जांच में चार बालाओं में दो की दुष्कर्म करने की पुष्टि हुई थी। उसके बाद चारों आरोपित फरार चल रहे थे, इन दबिश बनाने के लिए पुलिस ने पहले कोर्ट से वारंट, फिर इश्तेहार चिपकाया था। दो आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस जल्द ही आरोप पत्र दाखिल करेगी। बताया गया कि घटना दिन यानि 22 सितंबर से लेकर अब बोधगया के डीएसपी बोधगया एसडीपीओ सिंधुशेखर सिंह व थानाध्यक्ष मोहन कुमार सिंह ने त्वरित गति से अनुसंधान कार्य किए। यही वजह है कि पुलिस दंविश के कारण बारी-बारी फरार आरोपित आत्मसमर्पण किया। घटना के दिन से डीएसपी अनुसंधान पदाधिकारी थे। कभी इस मामले की जांच के लिए सीआइडी को गया जिला पुलिस ने नहीं भेजा था। इस बात को पहले ही खारिज किया गया था।