महाबोधि मंदिर आकर अविभूत हुआ : राजनाथ सिंह
विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर आकर अविभूत हूं। मंदिर परिसर में असीम शांति की अनुभूति हुई।
गया। विश्वदाय धरोहर महाबोधि मंदिर आकर अविभूत हूं। मंदिर परिसर में असीम शांति की अनुभूति हुई।
ये बातें शनिवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने महाबोधि मंदिर के परिभ्रमण के बाद अतिथि पंजी में लिखे। इससे पहले मंदिर पहुंचने पर भिक्षु प्रभारी भंते चालिंदा, सदस्य डॉ. अरविन्द सिंह, केयरटेकर भंते दीनानंद ने उन्हें खादा भेंट कर आगवानी की। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गृहमंत्री श्री सिंह मंदिर के गर्भगृह में भगवान बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष बौद्ध भिक्षुओं के सूत्त पाठ के बीच पूजा-अर्चना की। फिर पवित्र बोधिवृक्ष के समक्ष पुष्प अर्पित कर नमन किया। उन्होंने अतिथि पंजी में अंकित किया कि यह विश्व के बौद्ध धर्मावलंबियों के सबसे प्रमुख धर्मस्थलों में से एक है। मैं यहां आकर धन्य महसूस कर रहा हूं। इसके लिए यहां के बौद्ध भिक्षुओं के प्रति कृतज्ञ हूं। जिन्होंने मुझे यह अवसर प्रदान कराया। उन्हें बीटीएमसी की ओर से स्मृतिचिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। भगवान बुद्ध को नमन कर गृह मंत्री नई दिल्ली जाने के लिए एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए।