शारदीय नवरात्र को लेकर मां मुंडेश्वरी मंदिर में हो रही भव्य तैयारी, कोविड के कारण बंद था मंदिर
देश की अति प्राचीन आदिशक्ति के रूप में विख्यात कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड में रामगढ़ पंचायत की पवरा पहाड़ी की चोटी पर स्थित माता मुंडेश्वरी मंदिर में नवरात्र को लेकर भव्य तैयारी की जा रही है। नवरात्र आगामी सात अक्टूबर से शुरू हो रहा है।
भगवानपुर (कैमूर), संवाद सूत्र। देश की अति प्राचीन आदिशक्ति के रूप में विख्यात कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड में रामगढ़ पंचायत की पवरा पहाड़ी की चोटी पर स्थित माता मुंडेश्वरी मंदिर में आगामी सात अक्टूबर से शुरू होने वाले शारदीय नवरात्र को लेकर भव्य तैयारी की जा रही है। मंदिर सहित धाम परिसर में सफाई का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर कई तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं। वहीं कोविड-19 से बचाव को लेकर भी गाइडलाइन का पालन कराने को लेकर उपाय किए जा रहे हैं। इसके अलावा धाम परिसर में प्रसाद व फल फूल की दुकान लगाने वाले दुकानदारों में भी जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। सभी दुकानदार अपनी-अपनी दुकान की सफाई करा कर प्रसाद, चुनरी, फल-फूल आदि से सजा दिए हैं।
बता दें कि कोरोना के चलते मां मुंडेश्वरी मंदिर बंद था। इसके चलते पिछले वर्ष व इस वर्ष भी श्रद्धालु मां का दर्शन नहीं कर पा रहे थे। लेकिन इस वर्ष शारदीय नवरात्र में मां मुंडेश्वरी मंदिर खुला है। इसको लेकर श्रद्धालुओं में भी उत्साह देखा जा रहा है। मंदिर बंद होने के चलते धाम परिसर में दुकान लगाने वाले दुकानदारों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया था। साल के 12 माह गुलजार रहने वाला मां मुंडेश्वरी मंदिर परिसर में लॉकडाउन के चलते सन्नाटा पसरा रहता था। लेकिन इस वर्ष नवरात्र में अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। इसको लेकर सभी तरह की तैयारी की गई है। नवरात्र में यहां सुरक्षा की भी काफी कड़े इंतजाम किए गए हैं। दुकानदारों ने बताया कि इस बार नवरात्र में मां मुंडेश्वरी की कृपा से रोजगार अच्छा होने की उम्मीद है।
छह तक पितृपक्ष, सात अक्टूबर से शुरू होगा शारदीय नवरात्र
पितृपक्ष को समाप्त होने में मात्र दो दिन शेष रह गए हैं। छह अक्टूबर को पितृपक्ष समाप्त हो रहा है। चतुदर्शी तिथि में मरने वालों का श्राद्ध तथा आवश्या तिथि में मरने वाले तथा जिनके मरने की तिथि ज्ञात न हो उनकी भी तिथि कल मनाई जाएगी। उसके बाद शारदीय नवरात्र शुरू होगा। शारदीय नवरात्र को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। भभुआ नगर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में भी पंडाल बनाए जा रहे हैं। पंडालों का निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। मां की प्रतिमा को कारीगर अंतिम रूप दे रहे हैं। एक- दो दिन पूर्व हुई बारिश से पूजा समितियों को परेशानी तो हुई थी, लेकिन मौसम ठीक होने के बाद कार्य में फिर से तेजी आ गई है। नवरात्र में पहला दिन गुरुवार होगा। नवरात्र के पहले दिन ही घरों में कलश की स्थापना होगी। नवरात्र के पहले दिन घर समेत दुर्गा पूजा पंडाल में मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना की जाएगी।