Good News: जल्द शुरू होगा डालमियानगर में रेल मरम्मत कारखाना का काम, कबाड़ हटाने की कवायद प्रारंभ
डालमियानगर में माल डिब्बा मरम्मत कारखाना का तोहफा इस वर्ष में मिलेगा। पुराने रोहतास उद्योग के कबाड़ 31 जनवरी तक कार्य एजेंसी हटा लेगी। रेल मंत्री पीयूष गोयल को लिखे पत्र में कहा है कि कोविड-19 विश्व में महामारी के कारण इस कार्य में विलंब हुआ।
संवाद सहयोगी, डेहरी ऑनसोन (रोहतास)। डालमियानगर में माल डिब्बा मरम्मत कारखाना का तोहफा इस वर्ष में मिलेगा। पुराने रोहतास उद्योग के कबाड़ 31 जनवरी तक कार्य एजेंसी हटा लेगी। भाजपा नेता व पूर्व विधायक सत्यनारायण सिंह ने बुधवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल को लिखे पत्र में कहा है कि रेल मरम्मत कारखाना स्थल से कबाड़ हटाने का कार्य 31 जनवरी तक हो जाने की उम्मीद है। कोविड-19 विश्व में महामारी के कारण इस कार्य में विलंब हुआ।
कबाड़ खरीदने वाली एजेंसी 31 जनवरी तक सफाई करा राइट्स को हैंडओवर करेगी। उन्होंने कहा है कि पुराने रोहतास उद्योग का कबाड़ हटने के बाद रेल वैगन मरम्मत कारखाना की आधारशिला रखने की योजना बनाई जा सकती है। विधायक के अनुसार, डालमियानगर में रेल वैगन मरम्मत कारखाना लगाने की कवायद तेज हो गई है। राइट्स इसके लिए पार्टवाइज टेंडर कर दिया है। प्रथम चरण के रेल बैगन मरम्मत कारखाना के बैलेस्टिक ट्रैक का टेंडर गत वर्ष 28 मई को खुला है। उन्होंने बताया कि इसके लिए वे लगातार प्रयासरत हैं।
राइट्स के उप महाप्रबंधक राजेश कटोरिया ने बताया कि रेल वैगन मरम्मत कारखाना के निर्माण को लेकर पार्टवाइज निविदा निकाली जा रही है। तीन चरणों मे टेंडर करने का निर्णय लिया गया है। इसमें रेल वैगन मरम्मत कारखाना में बैलेस्टिक ट्रैक की आपूर्ति व बिछाने के लिए टेंडर दिया जा चुका है। पिछले साल 28 मई को टेंडर खोला गया। दो एजेंसियों ने टेंडर भरा था। 33 करोड़ 81 लाख की लागत से इसका निर्माण 12 महीने में पूरा हो जाएगा। फ्रेट कॉरिडोर से रेल वैगन मरम्मत कारखाना तक पटरी बिछाने का टेंडर भी हो चुका है। इसके लिए लगभग 10 करोड़ खर्च किए जाएंगे। कारखाना में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की आपूर्ति के साथ ड्राइंग ऑफिस का निर्माण भी कराया जाएगा। इस पर एक करोड़ 91 लाख 70 हजार रुपये खर्च होंगे।
पूर्व विधायक ने बताया कि उन्होंने पीएम, रेल मंत्री व मुख्यमंत्री से भी डालमियानगर में रेल वैगन मरम्मत कारखाना लगाने में तेजी लाने का आग्रह किया है। गौरतलब है कि डालमियानगर में रेल कारखाना लगाने को लेकर 2008 में 219 एकड़ में फैले परिसमापन में चल रहे रोहतास समूह को रेलवे ने क्रय किया था। 2009 में उस समय के रेल मंत्री रहे लालू प्रसाद ने यह हाईएक्सेल रेल वैगन व कोप्लार कारखाना का शिलान्यास भी किया था। इसे यूपीए दो की सरकार ने निरस्त कर दिया था।
केंद्र में एनडीए की सरकार बनने के बाद यहां के स्थानीय सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री रहे उपेंद्र कुशवाहा ने रेल कारखाना लगाने की पहल की। पीएम नरेंद्र मोदी ने 2015 के विधान सभा चुनाव के पूर्व सुआरा हवाई अड्डे पर आयोजित चुनावी सभा मे यहां रेल कारखाना लगाने को वायदा भी किया था। 2020 के रेल बजट में भी यहां रेल बैगन मरम्मत कारखाना लगाने को 38 करोड़ का प्रवधान किया गया है।