जिधर जाइए उधर समस्या, नागरिक बेहाल हैं, नगर बदहाल
(जागरण बनेगा आपकी आवाज का लोगो लगाएं) ............... -दैनिक जागरण ने नागरिकों से पूछा तो समस्याओं की एक फेहरिस्त बन गई बेचारगी के अंदाज में दर्ज कराई गई शिकायतें समाधान के लिए गुहार -जलजमाव गंदगी और बिजली की आंखमिचौली के साथ जाम ने किया बेहाल अतिक्रमणकारी मारपीट पर उतर आ रहे मंदिर में बह रहा नाले का पानी ............... जागरण संवाददाता गया
गया । शहर तो उम्मीदों का है, लेकिन व्यवस्था निराश करने वाली। चहुंओर बदहाली है और नागरिक बेहाल। कारण यह कि व्यवस्था के लिए जिम्मेदार लोग आंख मूंदे हुए हैं। दैनिक जागरण ने पूछा तो नागरिकों ने बेचारगी के अंदाज में अपनी समस्याएं सुनाई। उनमें से कुछ चुनिंदा समस्याएं दर्ज हैं। शिकायत यह व्यवस्था के लिए जिम्मेदार लोग उन्हीं सड़कों से गुजरेंगे, लेकिन अपनी लंबी-चौड़ी गाड़ियों के शीशे से नीचे झांक कर नहीं देखेंगे कि सड़क पर कितना पानी जमा है। किस तरह उन गलियों में कूड़ा-कचरा पसरा हुआ है और मच्छरों का कैसा प्रकोप है। बिजली है कि उसे आंखमिचौली से ही फुर्सत नहीं और पुलिस-प्रशासन से मिलीभगत रखने वाले सड़क और सरकारी जमीन तक पर चढ़ बैठे हैं। अतिक्रमणकारी इतने ढीठ हैं कि शिकायत करिए तो गाली-गलौज और मारपीट पर उतारू हो जा रहे। नगर निगम के कर्ता-धर्ता बात नहीं सुनते और पुलिस कार्रवाई नहीं करती। इस कदर निर्मम व्यवस्था और कहां होगी! गया को तीर्थ का दर्जा है और यहां भगवान के घर में भी नाले का पानी रेलम-ठेल। नागरिकों की तो फिक्र ही छोड़िए। अगर प्राधिकार को चिंता है तो समस्याओं से संबंधित कई वीडियो भी हैं, जिनमें गया के वाशिंदे व्यवस्था की हकीकत दिखा रहे। वे वीडियो और तस्वीरें सुबूत हैं कि इस नगर में जिंदगी नारकीय बन गई है।
:::::::::::::::::::::::::::: मैं वार्ड-27 में डेल्हा दुलारगंज मोहल्ला का निवासी हूं। बारिश होते ही मोहल्ला में जलजमाव हो जाता है। लोगों को घर से निकलना मुश्किल होता है। मोहल्ला में अब तक नाली और सड़क का निर्माण नहीं हुआ। स्ट्रीट लाइट भी नहीं लगी। शाम ढलते ही अंधेरा पसर जाता है और दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है।
- विजय कुमार, बड़की डेल्हा
............... मेरे घर के दरवाजे के सामने एक आदमी अक्सर कूड़ा-कचरा व गंदगी फेंक देता है। मना करने पर मारपीट पर उतारू हो जाता है। नगर में घर-घर कूड़ा उठाव की व्यवस्था के बाद भी ऐसी हरकत मुझे क्षुब्ध कर रही है। व्यवस्था के लिए जिम्मेदार लोग नागरिकों को रामभरोसे छोड़ दिए हैं।
- दिवाकर कुमार, कांदी, चंदौती
............... वार्ड-52 में नगर निगम की सड़क पर कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। इसके कारण परेशानी होती है। वहीं वार्ड में नाली नहीं रहने के कारण बरसात में जलजमाव झेलने की मजबूरी है। गंदगी चरम पर। मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। नगर निगम के अधिकारी ध्यान ही नहीं दे रहे।
- ब्रजेश कुमार, गुलाबबाग
............... वार्ड-7 में नल जल योजना के तहत अभी किसी भी घर में पाइप नहीं पहुंची। लोगों को पीने के लिए स्वच्छ पानी नहीं मिल रहा है। इस संबंध में कई बार वार्ड पार्षद से कहा गया, लेकिन कोई पहल नहीं हुई। वार्ड में बिजली की समस्या भी गंभीर है। जिंदगी नारकीय बनी हुई है।
- विपिन रविदास, मौला नगर
............... वीर कुंवर सिंह कॉलोनी के रोड नंबर-14 में मेरा घर है। मोहल्ला में कोई भी सरकारी सुविधा उपलब्ध नहीं है। बिजली के पोल नहीं होने के कारण तार अस्त-व्यस्त हैं। इससे हर पल दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। नाला का निर्माण नहीं हुआ है। इस कारण चारों ओर गंदगी फैली हुई है।
- प्रवीण कुमार, वीर कुंवर सिंह कॉलोनी
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वार्ड-24 में मेरे मोहल्ले में कचरा उठाव की व्यवस्था नियमित नहीं। नगर निगम या सफाई एजेंसी के कर्मचारी हर दिन नहीं आते। इस कारण गंदगी फैली रहती है। लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है। इस गली में बिजली के दो तार गुजरे हैं, जिनमें से एक खराब ही रहता है। ऐसे में बिजली की आपूर्ति नियमित नहीं।
- शामी, बनिया पोखर
............... मंगला गौरी, मेहंदी बाग की गली में एक बड़ा सा पत्थर गिरने के कारण मकान टूट गया है और रास्ता भी जाम हो गया है। इससे आवागमन में परेशानी हो रही है। प्रशासन और प्राधिकार का इस ओर ध्यान ही नहीं।
- आलोक वर्णवाल, मंगला गौरी
............... जनता की शिकायत कोई कहां सुनता है। मैं जदयू की युवा इकाई का जिलाध्यक्ष हूं। नगर निगम से कई बार शिकायत कर चुका हूं। उसके अधिकारी-कर्मचारी दिखावे के लिए समस्या को लिखकर भी ले गए, लेकिन कोई पहल नहीं हुई। ब्राह्मणी घाट पर अवस्थित फलकेश्वर नाथ के मंदिर में नाले का पानी घुस जा रहा। बताइए कि भगवान के घर में भी अगर गंदा पानी बहता रहे और व्यवस्था मूकदर्शक बनी रहे तो उस शहर के वाशिंदों पर क्या गुजरती होगी!
- अनूप कुमार चंद्रवंशी, ब्राह्मणी घाट
............... डेल्था थाना के पीछे धनिया बगीचा मोहल्ला है। बारिश के कारण जलजमाव से मोहल्ले में नारकीय स्थिति होती है। अतिक्रमण इस कदर कि राह चलना भी दूभर है। सबसे अधिक परेशानी ट्रैक्टरों से हो रही। चालक मदहोश होते हैं और तेज रफ्तार ट्रैक्टर अनियंत्रित। गलियों में जाम के साथ हादसे की आशंका बनी रहती है।
- कुणाल गौरव, धनिया बगीचा
............... शाहमीर तकिया मोहल्ला में गोदावरी रोड है। वहां की व्यवस्था देख लीजिए। नागरिकों की क्या दशा है। यहां कई घर ऐसे हैं, जिन्हें स्वच्छता से कोई वास्ता ही नहीं। साफ-सफाई के लिए नगर निगम की ओर से कोई पहल नहीं होती। गंदगी और बदबू के बीच जीने की मजबूरी है। बरसात में तो दुश्वारी ज्यादा ही बढ़ जाती है। ऐसे में बीमारी की आशंका बनी हुई है।
- प्रवीण कुमार, शाहमीर तकिया