Gaya: धनतेरस पर दो से तीन करोड़ का होगा झाडू का कारोबार, धन लाभ पाने की कामना हो तो करें यह कार्य
धनतेरस पर झाड़ू की खरीदारी का सबसे अधिक महत्व होता है। गया के बाजारों में धनतेरस में अलग ही चमक देखने को मिल रही है। गया में दुकानों में अतिरिक्त स्टाक मंगाए गए हैं। उम्मीद है कि धनतेरस पर दो से तीन करोड़ का झाडू का कारोबार होगा।
जागरण संवाददाता, गया: धनतेरस पर झाड़ू की खरीदारी का सबसे अधिक महत्व होता है। गया के बाजारों में धनतेरस में अलग ही चमक देखने को मिल रही है। गया शहर में धनतेरस पर झाड़ू की काफी मांग को देखते हुए दुकानों में अतिरिक्त स्टाक मंगाए गए हैं। उम्मीद है कि धनतेरस पर दो से तीन करोड़ का झाडू का कारोबार होगा। गया में झाडू का बाजार सज-धज कर तैयार हो गया है।शहर के पुरानी गोदाम सब्जी मंडी में झाड़ू के थोक विक्रेता किरण प्रसाद एंड सन्स के मुकेश कुमार का कहना है कि धनतेरस के दिन हर बार आम दिनों की अपेक्षा दोगुनी से अधिक बिक्री होती है। हर ग्राहक अपनी क्षमता के अनुसार खरीदारी करते है लेकिन वह एक झाड़ू तो खरीदना ही चाहता है। मांग को देखते हुए भरपूर स्टाक है।
धन लाभ पाने की कामना हो तो करें ऐसा
कोरोना काल के दो साल बाद बाजार में रौनक अधिक है तो इस बार अधिक बिक्री की भी उम्मीद है। मान्यता है कि धन लाभ पाने की कामना हो तो धनतेरस के दिन झाड़ू खरीद लें। इसके बाद उसे दिवाली के दिन सूरज निकलने से पहले किसी मंदिर में दान कर दें। ऐसा करने से घर में देवी लक्ष्मी का वास हमेशा बना रहता है।गया शहर झाडू के थोक बिक्रेता मुख्य रूप से तीन है। जिसमें किरण प्रसाद,बिंदु प्रसाद एवं विजय रोप है। वहीं, एक नये झाडू के कारोबारी बाबा झाडू है। बता दें कि झाडू के थोक बिक्रेताओं में किरण प्रसाद तीन पीढ़ियों से झाडू का कारोबार कर रहे है। गया के मंडी से दर्जन भर गया जिले के आसपास के जिलों में माल थोक के भाव में भेजी जाती है। जैसे नवादा, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल,लखीसराय के अलावे अन्य जिले शामिल हैं।