Gaya News: ओमिक्रोन से लड़ने के लिए एएनएमसीएच तैयार, बेड और दवा पूरी तरह उपलब्ध
अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी को लेकर गुरुवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक की गई। इस दौरान कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को लेकर विभाग के चिकित्सकों को जरूरी निर्देश दिए गए। दूसरे तल्ला पर कंफर्म हुए मरीज को रखकर इलाज किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, गया। अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी को लेकर गुरुवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक की गई। इस दौरान कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन को लेकर विभाग के चिकित्सकों को जरूरी निर्देश दिए गए। अधीक्षक डा. प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि सरकार की ओर से मामले में अलर्ट जारी किया गया है। कोरोना के संभावित मरीजों व कंफर्म मरीज दोनों के इलाज के लिए अभी से ही हर तरह की तैयारी करनी है। कहा गया कि हर बार की तरह इस बार भी एमसीएच भवन के पहला तल्ला पर संदिग्ध मरीजों को भर्ती रखा जाएगा। इसके साथ ही दूसरे तल्ला पर कंफर्म हुए मरीज को रखकर इलाज किया जाएगा।
दोनों ही तल्ला पर बेड के साथ आईसीयू भी संचालित रहेगा। मेडिसीन विभाग के अध्यक्ष से कहा गया कि वे अभी से ही डाक्टरों की ड्यूटी तैयार करें। इलाज से संबंधित जो भी दवाओं की जरूरत है वह उपलब्ध करा लें। ताकि जरूरत पड़ने पर अविलंब बेहतर चिकित्सा सुविधा मरीजों को उपलब्ध कराई जा सके। इस मौके पर मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डा. प्रमोद सिन्हा, इएनटी के डा. आरपी ठाकुर, गाइनी से डा. रीना कुमारी, शिशु वार्ड से डा. रविंद्र कुमार, क्लीनिकल पैथोलाजी से डा. कृष्ण कुमार, सर्जरी से डा. केके सिन्हा, नोडल अफसर डा. एनके पासवान, एमओ स्टोर डा. प्रहलाद, हेल्थ मैनेजर संतोष कुमार सिन्हा, तरूण कुमार, नीरज कुमार, राकेश कुमार व अन्य कर्मी उपस्थित थे।
मरीजों की समुचित इलाज के लिए सभी शिफ्ट में डाक्टर का रहना जरूरी
अस्पताल के जेनरल वार्ड के सभी शिफ्ट में इलाज के लिए चिकित्सकों की उपस्थिति पर जोर दिया गया। अधीक्षक ने कहा कि दोपहर 2 से 10 बजे वाली शिफ्ट व रात में 10 से सुबह 8 बजे तक की शिफ्ट में दो-दो इंटर्न चिकित्सक आन डयूटी रहेंगे। ताकि मरीजों के इलाज में देरी नहीं हो। जरूरत पडऩे पर सीनियर चिकित्सक को भी बुलाने के लिए कहा गया। सर्जरी विभाग के लिए हड्डी व आईईएनटी विभाग के इंटर्न को जोड़ा गया है। इसके साथ ही सभी तरह की दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता पर भी जोर दिया गया। इसके साथ ही पूरे अस्पताल परिसर व वार्ड में साफ-सफाई दुरुस्त रखने का निर्देश एजेंसी को दिया गया।
ब्लड सेपरेशन यूनिट खुलने से मरीजों को मिलेगा अधिक लाभ
ब्लड यूनिट के प्रभारी को निर्देश दिया गया कि अस्पताल में ब्लड सेपरेशन यूनिट को चालू कराने के लिए जरूरी लाइसेंस लेना सुनिश्चित करें। इससे डेंगू, कोविड-19 व दूसरी गंभीर बीमारी के मरीजों को प्लाज्मा आदि लेने में सहुलियत होगी। एक यूनिट ब्लड अभी सीधे मरीजों को दिया जा रहा है। सेपरेशन यूनिट चालू होने से उस ब्लड से कई जरूरतमंद मरीजों को सुविधा दी जा सकेगी।