हत्या के नौ माह बाद भी पुलिस पकड़ से बाहर हैं अपराधी
गया। भदवर थाना के हड़ही निवासी व माकपा नक्सली संगठन के पूर्व एरिया कमाडर रेखा यादव की हत्या के नौ माह बाद भी अपराधी गिरफ्तार नहीं हुए। हत्या मामले में 11 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज हुई थी।
गया। भदवर थाना के हड़ही निवासी व माकपा नक्सली संगठन के पूर्व एरिया कमाडर रेखा यादव की हत्या के नौ माह बाद भी अपराधी गिरफ्तार नहीं हुए। हत्या मामले में 11 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज हुई थी।
नक्सली जीवन को छोड़कर मुख्य धारा में जुड़ने के लिए रेखा यादव ने आत्मसमर्पण किया था। वह घर पर रहकर खेतीबारी का काम करता था। पिछले साल 22 सितंबर को जब रेखा यादव बाजार से लौट रहा था। रास्ते मे छिपकर बैठे लोगों ने उसे घेरकर कुल्हाड़ी व लाठी से पीटकर हत्या कर दिया था। रेखा यादव की पुत्री पिंकी देवी ने 11 लोगों के विरुद्ध भदवर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। घटना के नौ माह बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर सकी।
नक्सली रेखा यादव ने नक्सल अभियान एएसपी मनोज यादव और गया की एएसपी गरिमा मलिक के समक्ष रेखा यादव ने 17 मई 2015 को आत्मसमर्पण किया था।
भदवर थाना प्रभारी शिवमंदिर सिंह ने बताया कि हत्या में शामिल लोगों के खिलाफ कोर्ट से नोटिस आ चुका है। इश्तेहार चस्पा किया जाएगा। न्यायालय में आत्मसमर्पण नहीं करने पर जल्द कुर्की की जाएगी।