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Gaya crime: तकनीकी सेल की मदद से महिला सिपाही की मोबाइल का निकला जा रहा सीडीआर, फांसी लगाकर की थी आत्महत्या

112 नंबर वाहन पर तैनात महिला पुलिस जवान अंशु कुमारी की आत्महत्या के बाद अब पुलिस घटना के तह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।कोतवाली थाना के पास महिला सिपाही का मोबाइल जप्त है। थाना की पुलिस जप्त मोबाइल का सीडीआर के लिए तकनीकी सेल की मदद ले रही।

By Prashant Kumar PandeyEdited By: Published: Wed, 09 Nov 2022 10:46 AM (IST)Updated: Wed, 09 Nov 2022 10:46 AM (IST)
Gaya crime: तकनीकी सेल की मदद से महिला सिपाही की मोबाइल का निकला जा रहा सीडीआर, फांसी लगाकर की थी आत्महत्या
मृत महिला सिपाही की सांकेतिक तस्वीर, जागरण

 जागरण संवाददाता, गया : 112 नंबर वाहन पर तैनात महिला पुलिस जवान अंशु कुमारी की आत्महत्या के बाद अब पुलिस घटना के तह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।कोतवाली थाना के पास महिला सिपाही का मोबाइल जप्त है। थाना की पुलिस जप्त मोबाइल का सीडीआर निकालने के लिए तकनीकी सेल की मदद ले रही है। जप्त मोबाइल को तकनीकी सेल को सौंप दिया गया है। तकनीकी सेल उस मोबाइल का सीडीआर निकाल रही है। पता लगाने का प्रयास कर रही है कि पिछले कुछ दिनों में महिला सिपाही ने कौन-कौन नंबर पर किन लोगों से बातचीत की है। 

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पुलिस सीडीआर का इंतजार कर रही

काल डिटेल के जरीए अंतिम बार जिनसे बातचीत हुई है। उस व्यक्ति से पूछताछ की जाएगी। फिलहाल पुलिस सीडीआर का इंतजार कर रही है। कोतवाली थानाध्यक्ष केके अकेला ने बताया कि महिला सिपाही अंशु कुमारी जो 112 नंबर मोबाइल वैन पर तैनात थी। उसने पंचायत अखाड़ा स्थित अपने निजी कमरा में फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। मृतका सिपाही औरंगाबाद जिले के हसपुरा थाना क्षेत्र के बिरहरा गांव निवासी कामता प्रसाद की पुत्री थी। पिता के बयान पर कोतवाली थाना में यूडी केस दर्ज किया गया।पीड़ित पिता ने पुत्री के आत्महत्या के मामले में किसी पर भी आरोप नहीं लगाया है। 

गया पुलिस लाइन में दी गई सलामी 

डीएम के आदेश पर अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कालेज में सोमवार की रात में शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। पोस्टमार्टम कराने के बाद शव मंगलवार को गया पुलिस लाइन लाया गया। जहां उसे अंतिम सलामी दी गई। अंतिम सलामी के बाद शव स्वजनों को सौंप दी गई। शव को स्वजन लेकर औरंगाबाद जिले के हसपुरा थाना क्षेत्र के बिरहरा गांव चले गए। जहां अंतिम संस्कार किया गया।

वर्ष 2020 में पुलिस में हुई थी भर्ती

प्रभारी वरीय पुलिस अधीक्षक अशोक प्रसाद ने बताया कि अंशु कुमारी जिन्होंने पुलिस में भर्ती हुई थी। वह वर्ष 2020 में पुलिस विभाग में आरक्षी पद पर बहाल हुई थी। उसके बाद गया पुलिस लाइन में तैनात थी। जुलाई 2022 में जब राज्य सरकार द्वारा क्राइम कंट्रोल के लिए 112 नंबर वाहन की शुरुआत की गई। उस वक्त अंशु कुमारी की तैनाती इस वाहन करते हुए पंचायती अखाड़ा टीओपी के पास प्रतिनियुक्ति की गई थी। उस समय से प्रतिदिन उस स्थल पर अपने सहयोगियों के साथ काम कर रही थी। 

पंचायती अखाड़ा टीओपी के पास नहीं दिखी गाड़ी

पंचायती अखाड़ा टीओपी के पास 112 नंबर की गाड़ी मंगलवार को नहीं दिखी। स्थानीय लोगों ने बताया कि इसी गाड़ी पर अंशु कुमारी तैनात रही थी। लेकिन उसके आत्महत्या करने के बाद उनके सहयोगी भी इस दिन नहीं दिखी। पूछे जाने पर अपर पुलिस अधीक्षक मनीष कुमार ने बताया कि उक्त स्थल से गाड़ी हटाने और उस पर तैनात महिला जवानों को अवकाश पर जाने का अधिकारिक तौर पर जानकारी नहीं है। किस कारण से मंगलवार को गाड़ी और जवान नहीं है, इसकी जांच कराने के बाद पता चलेगा।


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