पितृपक्ष: विदेशाें से भी मोक्षभूमि गया आ रहे श्रद्धालु, विदेशी महिलाओं ने किया पूर्वजों का पिंडदान
गया में पूर्वजों का पिंडदान व तर्पण कर उन्हें मोक्ष दिलाने के कर्मकांड के प्रति विदेशियों की आस्था भी देखते बनती है। इसी सिलसिले में छह विदेशी महिलएं भी गया पहुंचीं हैं।
गया [जेएनएन]। बिहार का गया पूर्वजों को मोक्ष दिलाने के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इसके प्रति हिंदुओं की आस्था तो है ही, अन्य धर्मों को मानने वाले भी पूर्वजों की मोक्ष की कामना लेकर आते हैं। इन दिनों गया में इटली, जर्मनी व रूस के आधा दर्जन श्रद्धालु भी पूर्वर्जों का पिंडदान व तर्पण करने पहुंचे हैं।
इटली, जर्मनी और रूस की छह महिला श्रद्धालुओं ने गया के देवघाट, विष्णुपद मंदिर परिसर एवं सूर्यकुंड में गुरुवार को कर्मकांड किया। शुक्रवार को उन्होंने प्रेतशिला, रामशिला एवं कागबली पिंडवेदी पर कर्मकांड किया। आगे शनिवार को वे अक्षयवट में सुफल का आशीर्वाद प्राप्त कर अपने-अपने देश लौट जाएंगी।
विदेशी श्रद्धालु यूलियाना, एलोनयारा व एलेना कहतीं हैं कि उन्हें उनके धर्मगुरु ने गया में पिंडदान का महत्व बताया था। इसके बाद वे यहां आईं हैं। श्रद्धालु रीटा व सैफिस कहतीं हैं कि पूरब में ऐसा बहुत कुछ है, जो पश्चिम में नहीं। यहां आकर शांति मिली है।