Gaya News: हमारे लिए संघ कार्यालय एक मंदिर, देश को सशक्त और सुशिक्षित बनाने को गांव करना होगा मजबूत- दत्तात्रेय
शुक्रवार को गया में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया। यह भूमि पूजन आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कही। उन्होंने बताया कि 1925 में संघ के संस्थापक डॉ हेडगवार ने नागपुर से भागीरथ के रूप में संघ की शुरुआत की थी।
नीरज कुमार, गया: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि भारत को समृद्ध, सशक्त और सुशिक्षित बनाने के लिए गांव को मजबूत करने की जरूरत है। गांव के विकास के लिए किसी सरकार पर निर्भर नहीं रहना है, बल्कि समाज में समृद्ध और सक्षम लोग हैं। जिनका सहयोग लेकर गांव का विकास कर सकते हैं। हिंदू परिवार और संस्कृति व सभ्यता को बनाए रखने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पिछले 97 वर्ष से कार्य कर रहा है। इसमें समाज के हर वर्ग का सहयोग मिला है। आगे भी आशा रखते हैं कि संघ कार्य में सहयोग मिलेगा। ये बातें शुक्रवार को गया में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय निर्माण के भूमि पूजन के बाद सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कही।
1925 में संघ की हुई स्थापना, विदेशों में भी संगठन
उन्होंने कहा कि 1925 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डॉ हेडगवार ने नागपुर से भागीरथ के रूप में संघ की शुरुआत की। आज संघ का संगठन देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी फैला है। संघ के स्वयंसेवक हमेशा से राष्ट्र और समाज हित में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज में रहने वाले सभी लोगों के जीवन मूल्य आदर्श और संस्कृति को बनाए रखने के लिए संघ कार्य करता है। संघ को समझने की जरूरत है। स्वयंसेवकों के संघर्ष से आज संगठन विदेश तक फैला है।
हमारे लिए संघ का कार्यालय एक मंदिर है
उन्होंने कार्यालय की आवश्यकता पर चर्चा करते हुए कहा कि गया एक पुण्य, पौराणिक और ऐतिहासिक भूमि है। यहां मोक्ष और ज्ञान दोनों की प्राप्ति होती है। इसलिए संघ का कार्यालय हाईटेक और सुसज्जित होगा। जहां से राष्ट्र और समाज के लिए पुनीत कार्य , समर्पण भाव से किए जाएंगे। किसी व्यक्ति के लिए यह कार्यालय होगा लेकिन संघ के स्वयंसेवकों के लिए यह मंदिर है, जहां अपने कार्यों को विस्तारित करने और समाज को संगठित करने को लेकर मंथन और चिंतन होगी।
संघ हमेशा समाज में समरसता लाने के लिए प्रयासरत
संघ हर व्यक्ति के अंदर प्रवेश करेगा। संघ प्रारंभिक काल से ही समाज में समरसता लाने का प्रयास कर रहा है। भारतीय संस्कृति को अक्षणय रखने के लिए संघ के स्वयंसेवक और इससे जुड़े हुए लोग जीवन भर काम कर रहे हैं। संघ समाज की आत्मा है। यह समाज की संस्कृति है, जो दशकों से खड़ी है।
अज्ञानता के कारण कुछ लोग संघ का कर रहे हैं विरोध
उन्होंने एक इशारा में कहा कि देश में कुछ विकृति लोग हैं, जो समाज में संघ के प्रति विद्वेष फैलाते हैं और संघ का विरोध करते हैं। हमें उससे घबराना नहीं है, वैसे लोग संघ को उपहास के दृष्टि से देखते हैं, वह अज्ञानी हैं और स्वार्थ की राजनीति करते हैं। संघ के स्वयंसेवक कभी भी वैसे लोगों को ऐसे लोगों का विरोध नहीं करेगा, बल्कि उन्हें संघ के उद्देश्य और समाज हित से अवगत तब तक कराता रहेगा जब तक उनकी अज्ञानता और स्वार्थ खत्म ना हो जाए।
राष्ट्र के निर्माण में संघ के सन्यासी लगे हैं निरंतर
सरकार्यवाह ने कहा कि काफी संख्या में लोग अपने घर और परिवार को छोड़कर सन्यासी का जीवन व्यतीत कर रहे हैं ताकि भारत को एक सशक्त राष्ट्र के रूप में देख सके। सन्यासी समाज की सेवा करता है। अंदर की ऊर्जा और संवेदना होती है वह समाज में सबसे आगे रहते हैं । अंत में उन्होंने कहा कि संघ हमेशा से सत्यम शिवम सुंदरम के रूप में कार्य करता है। उन्होंने समाज के हर वर्ग से आर एस एस के कार्यालय निर्माण में सहयोग करने का आग्रह किया।
भूमि पूजन कार्यक्रम डॉ हेडगेवार स्मारक समिति के तत्वाधान में आयोजित की गई थी। मौके पर समिति के राज्य सचिव डॉ मोहन सिंह, आरएस एस के पटना विभाग के संघचालक श्रीप्रकाश नारायण सिंह उर्फ छोटे बाबू , सह विभाग संघचालक सिया शरण प्रसाद ने संबोधित किया। मंच का संचालन धीरज कुमार ने की। इस पुनीत कार्यक्रम में क्षेत्र प्रचारक श्रीराम नवमी, सह क्षेत्र प्रचारक रामकुमार, क्षेत्र बौद्धिक प्रमुख देवव्रत, क्षेत्र शारीरिक प्रमुख मनोज कुमार, क्षेत्र संपर्क प्रमुख अनिल ठाकुर, क्षेत्र सेवा प्रमुख अजय कुमार, प्रांत कार्यवाह दिनेश कुमार, प्रांत प्रचारक राणा प्रताप, सह प्रांत प्रचारक उमेश रंजन, प्रांतीय सेवा प्रमुख अंजनी, विभाग संघचालक अजीत कुमार, जिला संघचालक देवनाथ मेहरबार, नगर संघचालक डॉ अभय सिंबा, गंगा समग्र योजना के सचिव रामाशंकर सिन्हा आदि मौजूद थे।