गया से अमेरिका पहुंची बच्ची, तबीयत खराब होने पर हुआ बड़ा खुलासा, मां-बाप के उड़े होश
अमेरिका के दंपति ने एक पांच साल की बच्ची को गोद लिया और उसे गया से लेकर अमेरिका चले गए। अमेरिका पहुंचते ही बच्ची की तबीयत खराब होने के बाद उन्हें जो पता चला वो हैरान करने वाला था।
गया, जेएनएन। महज पांच साल की उम्र में दुष्कर्म का दंश। गया के विशेष दत्तक ग्रहण केंद्र में मिले अंतहीन दर्द से बच्ची आज भी कराह रही। गोद लेने वाले अमेरिकी दंपती ने जब उससे पूछा तो वह कुछ बता नहीं पाई। मासूम क्या जाने, दुष्कर्म-कुकर्म! अंतत: दंपती ने दत्तक केंद्र के निदेशक और कर्मियों की तस्वीर उसके आगे रख दी। निदेशक और एक कर्मी की तस्वीर पर अंगुली रखकर बच्ची फफक पड़ी। चेहरे पर खौफ का एक साया उभर आया।
स्थानीय लोगों की मानें तो कुछ अनजान लोगों का दत्तक केंद्र में रात में आना-जाना लगा रहता था। उनमें महिलाएं भी शामिल थीं। सुबह होने से पहले वे सभी वहां से निकल जाते थे। आस-पास के लोग सिर्फ गाड़ी की आवाज सुनते थे।
गया के लखीबाग मोहल्ले में दत्तक केंद्र का संचालन हो रहा था, जिस पर फिलहाल ताला लटक चुका है। अमेरिकी दंपती ने वही से बच्ची को गोद लिया था। दंपती की शिकायत पर जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी राजन कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कराई। प्राथमिकी के मुताबिक बच्ची से वही पर दुष्कर्म हुआ।केंद्र निदेशक के साथ पांच कर्मी नामजद हैं, जेल भेजे जा चुके हैं। उन सब पर पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई हो रही है।
प्राथमिकी में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि जब बच्ची के पेट और गुप्तांग में में दर्द हुआ तो दंपती ने अमेरिका में जांच कराई। गुप्तांग में सूजन थी। जांच कर डॉक्टर ने यौन शोषण की जानकारी दी। उसके बाद अमेरिकी दंपती ने भारतीय दूतावास को इसकी जानकारी दी। वहां से गया पुलिस-प्रशासन को प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश मिला। अमेरिकी दंपती अगर सजग नहीं होता तो दत्तक केंद्र का यह कलंक उजागर ही नहीं होता।
शनिवार को पटना से आए प्रशिक्षु एसपी हृदयकांत के साथ गया के डीसीएलआर ललित मोहन रंजन और बाल संरक्षण अधिकारी ने दत्तक केंद्र को सील करा दिया। दत्तक केंद्र का संचालन इकोविक नामक गैरसरकारी संगठन कर रहा था, जो अब अपने बचाव में तमाम तर्क गढ़ रहा है। एसएसपी कह रहे कि पुलिस हर पहलू से जांच करेगी। इस मामले में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
नामजद पांच आरोपित
दत्तक केंद्र के निदेशक विनोद कुमार, संचालिका पूनम राय, खूशबू राय, पवन कुमार और सुरेंद्र कुमार के खिलाफ नामजद आरोपित हैं।
भेजे गए बच्चे
दत्तक केंद्र में 13 बच्चे थे, जिनकी उम्र तीन से सात वर्ष के बीच थी। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद 10 बच्चे मुंगेर और तीन को बांका स्थित दत्तक केंद्र भेज दिए गए।
कहा-एसएसपी ने
अमेरिकी दंपति द्वारा लगाए आरोप की जांच चल रही है। वहां से मेडिकल जांच रिपोर्ट मंगाकर पुलिस अध्ययन करेगी। बच्ची को गोद देने से पहले मेडिकल जांच हुई थी। पुलिस उस रिपोर्ट का भी अध्ययन करेगी।
-राजीव मिश्र, एसएसपी, गया