एक साथ निकली पांच अर्थियां तो हर आंखें हो गईं नम, पूर्व सीएम के बाद सांत्वना देने सांसद पहुंचे गया
उत्तरप्रदेश के आगरा में हुए सड़क हादसे में गया के डुमरिया प्रखंड के पांच किशाेरों की मौत से माहौल गमगीन है। घटना के दो दिनों बाद भी ग्रामीणों के चेहरे उतरे हुए हैं। इस बीच औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिंह ने पहुंचकर सांत्वना दी।
संवाद सूत्र, डुमरिया (गया)। जिले के डुमरिया थाना के बरहा गांव से काम की तलाश में निकले पांच किशोरों की उत्तरप्रदेश के आगरा में हुए भयानक सड़क हादसे में मौत के बाद मातम पसरा हुआ है। स्वजनों के विलाप से गांव का माहौल अब तक गमगीन बना है। लोग इतने शोकाकुल हैं कि कई घरों में दूसरे दिन भी चूल्हा नहीं जला। शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री एवं स्थानीय विधायक जीतन राम मांझी बरहा पहुंचे। पीड़ित परिवार से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। आज सुबह औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह कड़ी सुरक्षा के बीच बरहा पहुंचे। उन्होंने पीड़ितों को ढांढ़स बंधाया।
शुक्रवार शाम पहुंचा पांच किशोरों का शव
उत्तरप्रदेश में गुरुवार सुबह सड़क हादसे में मौत के बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करने के बाद शुक्रवार शाम उनका शव यहां लाया गया। प्रखंड की छकरबंधा पंचायत के बरहा निवासी पांच किशोरों का शव पहुंचते ही चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो गया। गांव में शव पहुंचते ही परिजन विलाप करने लगे। गांव के लोग भी इस करुण दृश्य को देखकर मर्माहत दिखे। सभी की आंखें नम थीं। घरों के सामने अर्थी तैयार कर रहे लोग भी फफक-फफक कर रो रहे थे। एक साथ गांव से पांच अर्थियों को उठता देख दुख से लोगों का कलेजा फट रहा था।
बूढ़े पिता के कंधे पर जवान बेटे की अर्थी देख फट पड़ा लोगों का कलेजा
बूढ़े बिगन भुइयां ने जब अपने जवान बेटे सुरेंद्र की अर्थी को कंधा लगाया तो मानो पत्थर दिल भी पिघल गया। सुरेंद्र कुमार, पवन कुमार और विपिन कुमार के शव को अंतिम संस्कार के लिए भड़भड़वा नाला ले जाया गया। वहीं नागेंद्र कुमार के शव की हदहदवा नाला तथा गुड्डू कुमार के शव की बेलवा घाट पर अंत्येष्टि की गई। गौरतलब है कि आगरा में स्कॉर्पियो बेकाबू होकर डिवाइडर क्रॉस करते हुए कंटेनर से टकरा गई थी। उसमें नौ लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी। तीन की हालत गंभीर थी। उनमें से सात किशोर गया जिले के डुमरिया प्रखंड के रहने वाले थे। वे सभी रोजगार की तलाश में जा रहे थे।