ऑटो के अवैध पड़ाव से दुर्घटना की आशंका, लोग भयभीत
गया। शेरघाटी शहर के नई बाजार मोड़ के समीप जीटी रोड पर अवैध और बेतरतीब ऑटो का पड़ाव कर दिए जाने से जाम और दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
गया। शेरघाटी शहर के नई बाजार मोड़ के समीप जीटी रोड पर अवैध और बेतरतीब ऑटो का पड़ाव कर दिए जाने से जाम और दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। यह स्थान किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना का गवाह बन सकता है। ऐसी आशंका स्थानीय बुद्धिजीवियों द्वारा प्रत्येक शांति समिति की बैठक में उठाई जाती रही है। तीन दिन पूर्व भी शांति समिति की बैठक में आम नागरिकों द्वारा प्रशासन-पुलिस का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा गया कि जीटी रोड पर दो से तीन पंक्ति में बेतरतीब तरीके से ऑटो का पार्किंग किए जाने से उस पर आवागमन करने वाले लोगों की जान हमेशा खतरे में रहता है। क्योंकि ऑटो सवारी जीटी रोड को इधर से उधर पार करते रहते हैं। जहां दुर्घटना की संभावना है। स्थानीय प्रशासन के द्वारा कई बार ऐसे बेतरतीब पाृकग को लेकर अभियान भी चलाया जा चुका है। लेकिन वह नाकाफी रहा। अभियान में पकड़े गए ऑटो को जब्त कर आर्थिक दंड लगाने की प्रक्रिया भी पूरी की गई है। परंतु स्थाई समाधान अब तक नहीं ढूंढा गया है। जिसके कारण कभी भी बड़ी दुर्घटना होने की संभावना बनी हुई है। शेरघाटी से आमस, मदनपुर, बांके बाजार, इमामगंज, गुरुआ आदि रूट में चलने वाली ऑटो का जीटी रोड पर पड़ाव होता है। जीटी रोड पर भार वाहक वाहन ट्रक, बस, टैंकर आदि कई प्रकार के वाहनों का परिचालन तेजी से होता रहता है। टेंपो सवारी इस क्रम में जीटी रोड पार करते समय गाहे-बगाहे उनके चपेट में आ जाते हैं। परिणाम स्वरूप वह दुर्घटना के शिकार होते हैं। उक्त पार्किंग स्थल पर पिछले दो वर्षों में चार दुर्घटनाएं हो चुकी है। ऑटो चालक सत्येंद्र यादव व मोहम्मद शफीक बताते हैं कि हम लोगों को पार्किंग की कोई जगह नहीं दी गई है। पार्किंग टैक्स जीटी रोड पर ही वसूला जा रहा है। लाचारी में हम सभी ऑटो चालक जीटी रोड पर ही पड़ाव करने को विवश हैं। दुर्घटनाएं हो सकती है, इससे इंकार नहीं किया जा सकता। वहीं, नगर परिषद के मुख्य पार्षद लीलावती देवी एवं उप मुख्य पार्षद प्रेम प्रकाश उर्फ चिटू सिंह ने बताया कि ऑटो पार्किंग के लिए 21 लाख की लागत से ओवर ब्रिज के नीचे जगह बनाया गया है। प्रशासन द्वारा इसका अनुपालन नहीं कराया जा रहा। अनुमंडल पदाधिकारी, अंचल और थाना को अवगत कराया जाता रहा है।