सीयूएसबी में फेयरवेल पार्टी में अपशिष्ट उत्पादों का उपयोग करके विश्वविद्यालय के अकादमिक ब्लॉक को सजाया
दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के समाजशास्त्र विभाग के छात्रों ने इको फ्रेंडली फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, टिकारी: दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के समाजशास्त्र विभाग के छात्रों ने इको फ्रेंडली फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया गया। जन सम्पर्क पदाधिकारी मो. मुदस्सीर आलम ने बताया कि समाजशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार सिंह झा के मार्गदर्शन में एमए सोशियोलॉजी एवं एमए सोशलवर्क फाइनल ईयर (2020-22 सत्र) के विद्यार्थियों के लिए जूनियर्स द्वारा कार्यक्रम को आयोजित किया गया। फेयरवेल पार्टी का शुभारंभ डॉ. अनिल कुमार सिंह झा के साथ सभी संकाय सदस्यों डॉ. जितेंद्र राम, डॉ. हरेश नारायण पांडेय, डॉ. पारिजात प्रधान और डॉ. प्रियरंजन द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
फेयरवेल पार्टी के लिए विशेषतौर पर विद्यार्थियों ने कोल्ड ड्रिक के डिब्बे, डिस्पोजेबल प्लेट आदि जैसे अपशिष्ट उत्पादों का उपयोग करके विश्वविद्यालय के अकादमिक ब्लॉक को सजाया, जो सबके लिए आकर्षण का केंद्र बना था। फेयरवेल पार्टी के लिए निमंत्रण पत्र को फूल, हरे पत्ते और तितलियों आदि पर्यावरण आधारित विषयों पर विभिन्न रंगों के कागज का उपयोग करके तैयार किया गया था। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण निमंत्रण पत्र, म्यूजिकल चेयर गेम, ब्लाइंड ़फोल्ड गेम, स्टैंड अप कॉमेडी गाने और नृत्य थे। फेयरवेल पार्टी में आयोजित खेलों के विजेता साक्षी प्रिया (बर्स्ट द बैलून), पीयूष कुमार (म्यूजिकल चेयर) और दीपक अनमोल (ब्लाइंड फोल्डेड गेम) थे। अंत में स्मृति चिन्ह के रूप में सीनियर्स को मोमेंटो भेंट किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन विभा कुमारी, डोनिया मैरी वर्गीस एवं शिवानी सिन्हा ने किया। द्वितीय वर्ष के सभी छात्रों के साथ-साथ पीएचडी के छात्रों ने भी कार्यक्रम को आयोजित करने में अहम योगदान दिया। अंत में डॉ. अनिल कुमार सिंह झा ने अपने प्रेरक भाषण में सुझाव दिया कि एक अच्छा इंसान बनना प्रत्येक छात्र का पहला उद्देश्य होना चाहिए और ईमानदारी, समय की पाबन्दी, कड़ी मेहनत, समर्पण और सहानुभूतिपूर्ण समाज उनके व्यक्तित्व का हिस्सा होना चाहिए। डॉ. जितेंद्र राम ने छात्रों को यह कहकर प्रेरित किया कि छात्र समाज में सामाजिक परिवर्तन के असली एजेंट है। जिसे वे अपनी मेहनत से ला सकते हैं और ऐसा करके वे दूसरों के लिए रोल मॉडल बन सकते हैं। डॉ. हरेश नारायण पाण्डेय ने छात्रों को जीवन में केवल स्वयं के लिए नहीं बल्कि समाज में व्यापक सामूहिकता के लिए काम करने और जीने का सुझाव दिया जो सबके लिए हितकारी है। डॉ. पारिजात प्रधान ने छात्रों को समकालीन समय में तनाव मुक्त जीवन जीने का सुझाव दिया जो छात्रों को आने वाले भविष्य के लिए वास्तव में आवश्यक है। डॉ. प्रियरंजन छात्रों को पाठ्येतर और शैक्षणिक जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए मार्गदर्शन किया।