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Entry Mafia: गया के सूर्यमंडल चेक पोस्‍ट पर इंट्री माफिया का दबदबा, वाहन पास कराने के लिए करते हैं वसूली

डोभी थाना क्षेत्र में सूर्यमंडल समेकित चेकपोस्‍ट पर वाहनों को पास कराने के लिए इंट्री माफिया सक्रिय हैं। वे ऑपरेटर अौर होमगार्ड जवान को डरा-धमकाकर रखते हैं। प्रतिदिन लाखों की वसूली यहां की जाती है। लेकिन प्रशासन बेखबर है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2020 09:09 AM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2020 09:09 AM (IST)
Entry Mafia: गया के सूर्यमंडल चेक पोस्‍ट पर इंट्री माफिया का दबदबा, वाहन पास कराने के लिए करते हैं वसूली
गया के डोभी में सूर्यमंडल समेकित चेकपोस्‍ट। जागरण

 जेएनएन, गया। समेकित जांच चौकी सूर्यमंडल पर इंट्री माफिया सक्रिय हैं। वे चेकपोस्‍ट से वाहन गुजारने के नाम पर वसूली करते हैं। चेकपोस्‍ट पर बैठे अॉपरेटर इनके भय से सहमे रहते हैं। यहां सुरक्षा के नाम पर होमगार्ड के जवान तैनात रखे गए हैं। उन्‍हें भी ये धमका कर रखते हैं। नतीजा होता है कि जान बचाने के लिए ऑपरेटर और होमगार्ड के जवान चुपचाप तमाशा देखते रहते हैं। समेकित जांच चौकी पर हर वक्‍त 50 से 60 बाइक पर इंट्री माफिया मंडराते रहते हैं। जैसे ही चेकपोस्ट के पास मालवाहक गाड़ियां पहुंचती है ईशारा करके ये रोकवाते हैं और फिर शुरू हो जाता है मोल-जोल।  

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अलग-अलग तरह की गाड़ियों का शुल्‍क भी अलग-अलग

चेकपोस्ट पार कराने में लगे इंट्री माफिया हाइट गाड़ी के लिए चार सौ रुपये, मेकेनिकल फेल गाड़ी के लिए तीन सौ रुपये, कोयला लदी गाड़ी के लिए चार सौ, लोहा लदी गाड़ी के लिए एक हजार रुपये, दूध टैंकर के लिए पांच सौ रुपये तक वसूलते हैं। चेकपोस्ट के आस-पास इंट्री माफियाओ का राज कायम है।

पांच सौ रुपये पर स्‍टाफ रख वसूली करवाते हैं इंट्री माफिया

समेकित जांच चौकी पर गया जिले के बाराचट्टी और डोभी थाना क्षेत्र के सैकड़ों लोग इस कार्य में शामिल हैं। वहीं औरंगाबाद, जहानाबाद, सासाराम, नवादा, नालंदा, अरवल जिले के लोग भी आसपास के गांव में किराए के मकान में कमरा लेकर रहते हैं और इस धंधे में शामिल हैं।  उनके पास एक मोबाइल और एक बाइक जरूर होता है। कुछ लोग को स्थानीय बड़े तबके के इंट्री माफिया पांच सौ रुपये रोज के वेतन पर इनकी बहाली करते है। माफिया के लोग चेकपोस्ट पर गाड़ी को मुख्य माफिया के बताए गए तरीके से और उसका भय दिखाकर पर करवाते हैं।

महीने में करोड़ो का राजस्व देने वाला चेकपोस्ट खुद असुरक्षित

कोरोना काल के बाद अक्टूबर माह में लवभाग तीन करोड़ का राजस्व समेकित जांच चौकी सूर्यमंडल ने सरकार को दिया। परन्तु सरकार ने इस तरह राजस्व संग्रह करने के लिए भी सुरक्षा की कोई व्‍यवस्‍था नहीं की है। डिवाइडर  पर बनाया गया क्योस्क की हालत भी खराब है। जैसे-तैसे इसका संचालन हो रहा है। यहां गार्ड के लिए बनाया गया शेड धराशायी हो गया है। आरंभ में सशस्‍त्र बल की तैनाती थी लेकिन पांच वर्ष पूर्व उन्‍हे हटा दिया गया। तब से यह होमगार्ड के सहारे चल रहा है।

आरटीओ पवन कुमार और बसंत कुमार ने कहा कि चेकपोस्ट पर सशस्त्र बल की प्रबल आवश्यकता है। रात्रि में चेकपोस्ट पूरी तरह से असुरक्षित हो जाता है। नक्सल प्रभावित इलाका होने के कारण इसकी हर हमेशा आवश्यकता महसूस होती है। सशस्त्र बल की कमी के कारण माफियाओं के दबाब ज्यादा बढ़ता जा रहा है।


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