बिहार में नक्सलियों से CRPF की मुठभेड़, IED ब्लास्ट में दारोगा शहीद
बिहार के औरंगाबाद-गया बॉर्डर पर जंगल में सर्च आॅपरेशन को गये जवानों व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान हुई ब्लास्ट में एक दारोगा शहीद हो गया।
By Rajesh ThakurEdited By: Published: Wed, 13 Feb 2019 07:40 PM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 08:48 AM (IST)
औरंगाबाद [जेएनएन]। बिहार के औरंगाबाद-गया बॉर्डर पर जंगल में सर्च आॅपरेशन को गये जवानों व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इसके पहले वहां पर आइइडी ब्लास्ट भी हुआ। लंगुराही-पचरुखिया जंगल में बंदर झूला के पास पहाड़ पर भाकपा माओवादी नक्सलियों द्वारा किए गए आइईडी विस्फोट में सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के एक दारोगा रौशन कुमार शहीद हो गए। ब्लास्ट में घायल दारोगा को हेलीकॉप्टर से निकालकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
सीआरपीएफ को निशाना बना किया ब्लास्ट
बताया जाता है कि सीआरपीएफ के जवान जंगल में नक्सलियों के जमावड़ा की सूचना पर सर्च आॅपरेशन में गए थे। जैसे ही जवान बंदर झूला के जंगल में पहुंचे, नक्सलियों ने जंगली रास्ते में लगाए गए आइईडी में ब्लास्ट कर दिया।
दोनों तरफ से हुई फायरिंग
ब्लास्ट के बाद जवानों ने मोर्चा लेते हुए नक्सलियों को टारगेट कर फायरिंग शुरू कर दी। वहीं नक्सली भी जवानों पर फयरिंग करने लगे। दोनों तरफ से सैकड़ों चक्र फायरिंग होने की सूचना है। जवानों के भारी पड़ने पर नक्सली पीछे हटने लगे। जवान भी पीछे-पीछे जंगल में अंदर जा घुसे। सर्च आॅपरेशन में जवानों ने दो आइईडी बरामद किए हैं। नक्सलियों के खिलाफ सर्च आॅपरेशन जारी है।
मेडिकल टीमों को किया गया है अलर्ट
उधर घटना को लेकर औरंगाबाद एवं गया की मेडिकल टीमों को अलर्ट कर दिया गया है। मदनपुर एवं गया के आमस सरकारी अस्पताल में एंबुलेंस को तैनात किया गया है। घटना को देखते हुए औरंगाबाद की तरफ से जिला पुलिस के साथ सीआरपीएफ एवं एसटीएफ के जवानों को जंगल भेजा गया है।
एसपी डॉ. सत्यप्रकाश मदनपुर थाने में कैंप कर रहे हैं। एसपी ने बताया कि गया जिला के क्षेत्र में घटनास्थल है और वहीं आइईडी ब्लास्ट हुआ है। एसपी ने बताया कि जंगल में गए जवानों एवं अधिकारियों से संपर्क स्थापित नहीं हो पा रहा है, जिस कारण कोर्इ सूचना नहीं मिल पा रही है।
शहीद दारोगा के गांव में मातम
नक्सली मुठभेड़ के दौरान ब्लास्ट में शहीद दारोगा लखीसराय जिला के मूल निवासी थे। लखीसराय जिले के रामगढ़चौक थाना अंतर्गत गरसंडा गांव के रहने वाले रौशन की 11 दिन पहले ही दिल्ली से गया पोस्टिंग हुई थी। वे मिथलेश सिंह (पप्पू) के इकलौते बेटे थे। रौशन के पिता मोकामा के औटा में वेटनरी डॉक्टर हैं। उनकी मौत की खबर से गांव में मातमी सन्नाटा छा गया है।
सीआरपीएफ को निशाना बना किया ब्लास्ट
बताया जाता है कि सीआरपीएफ के जवान जंगल में नक्सलियों के जमावड़ा की सूचना पर सर्च आॅपरेशन में गए थे। जैसे ही जवान बंदर झूला के जंगल में पहुंचे, नक्सलियों ने जंगली रास्ते में लगाए गए आइईडी में ब्लास्ट कर दिया।
दोनों तरफ से हुई फायरिंग
ब्लास्ट के बाद जवानों ने मोर्चा लेते हुए नक्सलियों को टारगेट कर फायरिंग शुरू कर दी। वहीं नक्सली भी जवानों पर फयरिंग करने लगे। दोनों तरफ से सैकड़ों चक्र फायरिंग होने की सूचना है। जवानों के भारी पड़ने पर नक्सली पीछे हटने लगे। जवान भी पीछे-पीछे जंगल में अंदर जा घुसे। सर्च आॅपरेशन में जवानों ने दो आइईडी बरामद किए हैं। नक्सलियों के खिलाफ सर्च आॅपरेशन जारी है।
मेडिकल टीमों को किया गया है अलर्ट
उधर घटना को लेकर औरंगाबाद एवं गया की मेडिकल टीमों को अलर्ट कर दिया गया है। मदनपुर एवं गया के आमस सरकारी अस्पताल में एंबुलेंस को तैनात किया गया है। घटना को देखते हुए औरंगाबाद की तरफ से जिला पुलिस के साथ सीआरपीएफ एवं एसटीएफ के जवानों को जंगल भेजा गया है।
एसपी डॉ. सत्यप्रकाश मदनपुर थाने में कैंप कर रहे हैं। एसपी ने बताया कि गया जिला के क्षेत्र में घटनास्थल है और वहीं आइईडी ब्लास्ट हुआ है। एसपी ने बताया कि जंगल में गए जवानों एवं अधिकारियों से संपर्क स्थापित नहीं हो पा रहा है, जिस कारण कोर्इ सूचना नहीं मिल पा रही है।
शहीद दारोगा के गांव में मातम
नक्सली मुठभेड़ के दौरान ब्लास्ट में शहीद दारोगा लखीसराय जिला के मूल निवासी थे। लखीसराय जिले के रामगढ़चौक थाना अंतर्गत गरसंडा गांव के रहने वाले रौशन की 11 दिन पहले ही दिल्ली से गया पोस्टिंग हुई थी। वे मिथलेश सिंह (पप्पू) के इकलौते बेटे थे। रौशन के पिता मोकामा के औटा में वेटनरी डॉक्टर हैं। उनकी मौत की खबर से गांव में मातमी सन्नाटा छा गया है।
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