औरंगाबाद के जाने-माने चिकित्सक की कोरोना से मौत, संक्रमित पुत्र व पत्नी का पटना में चल रहा इलाज
कोरोनावायरस की चपेट में बड़ी संख्या में कोरोना योद्धा भी आ रहे हैं। औरंगाबाद के चर्चित चिकित्सक डॉ. रामाशीष सिंह की मौत कोरोनावायरस से हो गई है। वे पटना के एक अस्पताल में इलाजरत थे। उनकी पत्नी और पुत्र भी इलाजरत हैं।
औरंगाबाद, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस से जिले के प्रसिद्ध डॉक्टर (Famous Doctor) व आइएमए (IMA) के जिला कोषाध्यक्ष डॉ. रामाशीष सिंह समेत तीन लोगों की मौत हो गई है। इनमें जिला विधिक संघ के दिवंगत अध्यक्ष के पुत्र व एक शिक्षक भी शामिल हैं। अभी तक जिले में कुल 33 की मौत हो गई है। वहींं संंक्रमितों
का आंकड़ा भी दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है।
जाने-माने चिकित्सक थे डॉ. रामाशीष सिंह
जानकारी के अनुसार डॉ. रामाशीष सिंह शहर के जाने-माने फिजिशियन थे। करीब चार दिन पूर्व कोरोना का लक्षण पाए जाने पर उन्होंने जांच कराई तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। साथ ही उनके डॉक्टर पुत्र व पत्नी भी कोरोना संक्रमित हो गई थीं। इसके बाद उन्हें पटना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां रविवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। बेटे व पत्नी का इलाज चल रहा है। उनके निधन से शोक की लहर दौड़ गई है। चिकित्सकों व शहर के गणमान्य लोगों ने संवेदना जाहिर की है। कहा है कि वे व्यवहारकुशल और गुणी चिकित्सक थे। उनका जाना चिकित्सा जगह के लिए अपूरणीय क्षति है।
एक माह पहले पिता अब बेटे की मौत
इधर जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष रहे स्व त्रिभुवन सिंह के पुत्र मंटू सिंह की मौत कोरोना से हो गई। मालूम हो कि एक माह पहले कोरोना से ही त्रिभुवन बाबू की मौत हो गई थी। अब बेटे की मौत से मातम पसर गया है। वहीं औरंगाबाद जिले के कुटुंबा प्रखंड के ढूंढा गांव निवासी शिक्षक सुभाष पांडेय की मौत शनिवार शाम कोरोना से हो गई। औरंगाबाद प्रखंड के ममका गांव निवासी विदेश सिंह की मौत कोरोना से हो गई। मालूम हो कि जिले में संक्रमितों की कुल संख्या 13,428 है। इनमें से वर्तमान में 4609 एक्टिव हैं। पहली मई को 428 लोग संक्रमित पाए गए थे। बड़ी संख्या में संक्रमितों को आइसोलेशन में रखा गया है। उनपर स्वास्थ्य विभाग नजर बनाए हुए है। लोगों से हौसला बनाए रखने की अपील की जा रही है।