बोधगया क्षेत्र को इंटरनेशनल लुक देने की कवायद, संबोधि द्वार और आकर्षक होगा : डीएम
गया। ज्ञान की धरती बोधगया राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का अतिमहत्वपूर्ण केंद्र है। इसे इंटरनेशनल लुक देने की तैयारी है।
गया। ज्ञान की धरती बोधगया राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का अतिमहत्वपूर्ण केंद्र है। इसे इंटरनेशनल लुक देने की आवश्यकता है, ताकि यहां देश-दुनिया से पहुंचकर पर्यटक सुखद अनुभूति महसूस कर सकें। उक्त बातें जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने शनिवार को कलेक्ट्रेट में पर्यटन विकास को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान कहीं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि बोधगया में अधिक साफ-सफाई रखी जाए। पूरे बोधगया क्षेत्र में प्रकाश की व्यवस्था रहे। इसके साथ ही तमाम महत्वपूर्ण स्थलों से संबंधित आकर्षक साइनेज लगाएं। दोमुहान व संबोधि द्वार को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए कहा। ई-रिक्शा एवं अन्य वाहनों के लिए पार्किंग का निर्माण कराने को कहा। बोधगया नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया कि बोधगया को सुंदर, आकर्षक एवं और अधिक साफ-सुथरा बनाने के लिए काम करें। बीडीओ की अध्यक्षता में बनेगी कमेटी, जनसुविधाओं पर रखेगी नजर : प्रागबोधि में पर्यटन सुविधाओं की समीक्षा में जन सुविधा, कैफेटेरिया, चाहरदीवारी का काम पूर्ण हो गया है। बीडीओ की अध्यक्षता में एक समिति का गठन कराने को कहा जो इन सुविधाओं का रखरखाव एवं विकास से संबंधित कार्य कर सकें। कोटेश्वर धाम में पर्यटक सुविधा बढ़ाने के लिए हो रहे निर्माण कार्य की समीक्षा की गई। प्रवेश द्वार, विवाह मंडप, पर्यटन भवन, जन सुविधाएं, पार्किंग, चारदीवारी, प्रकाश व्यवस्था इत्यादि कार्य किया जाना है। दशरथ मांझी स्मृति भवन के बाकी बचे काम को शीघ्र पूरा कराएं : कोटेश्वर धाम में अद्भुत पीपल वृक्ष की चाहरदीवारी का भी कार्य किया जाना है। जिलाधिकारी ने अपर समाहर्ता को निर्देश दिया कि वे भूमि चयन से संबंधित कार्य शीघ्र कराएं। गहलौर में पर्वत पुरुष दशरथ मांझी स्मृति भवन के शेष कार्य को शीघ्र कराने का निर्देश दिया गया। इस मौके पर नगर आयुक्त सावन कुमार, सचिव बीटीएमसी, अपर समाहर्ता, निदेशक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, गया, डीपीआरओ, विभागीय अभियंता व दूसरे अफसर उपस्थित थे।
गया में महुआ तिलकुट निर्माण संयंत्र लगाने को डीएम ने दी सहमति, मिलेगा रोजगार
गया। विशेष केंद्रीय सहायता योजना के तहत वन उत्पादित पदार्थो से महुआ तिलकुट निर्माण संयंत्र की स्थापना करने के प्रस्ताव का अनुमोदन जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने दिया है। इसके अलावा बेल गुण वर्धन संयंत्र की स्थापना का भी अनुमादेन मिला है। इन योजनाओं के क्रियान्वयन से इलाके के लोगों को रोजगार मिलेगा। वन विभाग की ओर से इन योजनाओं का प्रस्ताव रखा गया। इसके साथ ही नक्सल प्रभावित प्रखंडों के मध्य विद्यालयों में पुस्तकालय स्थापना के लिए पुस्तकों की आपूर्ति का कार्य शीघ्र पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया है। ताकि गांव-कस्बे के बच्चे आधुनिक पुस्तकालय में शिक्षा अध्ययन कर सकें। जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश मिला है। विद्यालयों में 5450 बेंच-डेस्क की आपूर्ति की जानी है। जिसमें से 75 प्रतिशत की आपूर्ति संवेदक द्वारा की जा चुकी है। 15 दिसंबर तक बाकी बचे बेंच-डेस्क की आपूर्ति कराने को कहा गया है।
प्रभावती व टिकारी में दीदी की रसोई का होगा अपना भवन :
शहर के प्रभावती अस्पताल व टिकारी अनुमंडल अस्पताल में दीदी की रसोई योजना की समीक्षा के अंतर्गत पाया गया कि दो माह के अंदर नए भवन का निर्माण किया जाएगा। दीदी की रसोई से संबंधित शेरघाटी में भवन बन गया है। नीमचक बथानी में चिल्ड्रन पार्क, खिजरसराय के मध्य विद्यालय मदसारी में जीम, पार्क निर्माण की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि जानबूझकर कार्य को बाधित करने वाले संवेदक पर एफआइआर दर्ज कराएं। इस बैठक में वन प्रमंडल पदाधिकारी अभिषेक कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला योजना पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, विभागीय अभियंता उपस्थित थे।