लॉकडाउन के दौरान सड़क पर छोड़ गई थी जन्म देने वाली मां पर अब शिवानी को मिली ममता की छांव
विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में पल रही शिवानी को अंतत ममता की छांव मिल ही गई। मंगलवार को कोलकाता के दंपती ने उसे दत्तक पुत्री के रूप में स्वीकार कर लिया। सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई अंजलिका कृति ने शिवानी को प्री एडॉप्शन के रूप में दंपती को सौंपा है।
जागरण संवाददाता, भभुआ। लाॅकडाउन के दौरान जब सड़कें वीरान थीं, तब चुपके से किसी ने आकर नवजात 'शिवानी' को सड़क किनारे फेंक दिया था। वह तो अच्छा हुआ कि शिवानी सही-सलामत अनाथालय पहुंच गई, जिसके कारण आज उसे ममता की छांव मिल गई।
विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में पल रही शिवानी को अंतत: ममता की छांव मिल ही गई। मंगलवार को कोलकाता के दंपती ने उसे दत्तक पुत्री के रूप में स्वीकार कर लिया। सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई अंजलिका कृति ने शिवानी को प्री एडॉप्शन के रूप में दंपती को सौंपा है। प्री एडॉप्शन में सौंपने से पूर्व सभी कानूनी प्रक्रियाओं को पूर्ण किया गया।
इस संबंध में सहायक निदेशक ने बताया कि शिवानी बीते वर्ष 2020 के जुलाई माह में कुदरा प्रखंड क्षेत्र में लावारिस स्थिति में मिली थी। जिसे लाकर विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान में पालन पोषण किया जा रहा था। मिली जानकारी के अनुसार विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान के स्थापना काल से अब तक 31 बच्चों को दत्तक पुत्र व पुत्री के रूप में देश व विदेश में रहने वाले दंपतियों ने स्वीकार किया है। वर्तमान समय में जिला मुख्यालय स्थित संस्थान में आठ बच्चों का पालन पोषण किया जा रहा है।