Weather Forecast: कैमूर में बूंदाबांदी से बढ़ी सिहरन, औरंगाबाद में छाए रहे बादल, आज बारिश की संभावना
औरंगाबाद में 16 से 17 दिसंबर तक आसमान में आंशिक बादल छाए रहेंगे। जबकि 16 दिसंबर को हल्की बारिश के आसार हैं। कैमूर में भी बूंदाबांदी से मौसम ठंडा हो गया है। आने वाले दिनों में ठंड में और इजाफा होगा।
जेएनएन, औरंगाबाद /भभुआ। मौसम अभी बहुत सर्द नहीं हुआ है। लेकिन आने वाले कुछ दिनों में ठंड बढ़ने के आसार हैं। औरंगाबाद और भभुआ में मौसम सर्द होने वाला है। भभुआ में बुधवार की सुबह हुई बूंदाबांदी से ठंडक बढ़ गई है। औरंगाबाद में मौसम विभाग (Weather Department)ने न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) में काफी गिरावट के आसार जताए हैं। इसके अनुसार अधिकतम तापमान 23, 22, 23, 21 और 21 डिग्री रहेगा। जबकि न्यूनतम तापमान 12, 10, 9, 8 और 7 डिग्री सेल्सियस पर रहेगा। इस दौरान पछुआ हवा से सिहरन बढने की संभावना है। हवा तेज चलने तथा पर्वतीय क्षेत्र में बर्फबारी से ठंड में बढ़ोत्तरी होगी। दिन में कुहासा छाया रहेगा l
किसान जल्द कर लें धान की कटाई और भंडारण
कृषि विज्ञान केंद्र ने किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें बताया है कि वे धान की फसल की कटाई जल्दी से कर लें। थ्रेसिंग करके भंडारण भी जल्दी करें। साथ ही रबी फसल की बोआई भी पूर्ण कर लें। पशुओं को ठंड से बचाएं। जहां मवेशी रहते हैं वहां घेराबंदी कर दें ताकि उन्हें ठंड से बचाया जा सके। साफ सफाई का विशेष ख्याल रखें। वैज्ञानिक डॉ अनूप कुमार चौबे ने कहा है कि मौसम में उतार-चढाव को देखते हुए किसान व पशुपालक सतर्कता बनाए रखें।
हल्की बूंदाबांदी से कैमूर जिले में ठंड बढ़ी
कैमूर जिले में ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। बुधवार की भोर में हल्की बूंदाबांदी हुई। इसके बाद सूर्योदय के बाद भी कुछ देर बूंदाबांदी होने से ठंड काफी बढ़ गई। इस दौरान जिले का पारा 14 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। आसमान में बादल छाए रहने के चलते सूर्यदेव भी नहीं निकले। इसके चलते लोग घरों में बैठकर अलाव तापते रहे। ठंड के चलते छोटे बच्चों व वृद्धों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। उधर युवा वर्ग भी ठंड के चलते बाजारों में कम दिखें।बता दें कि बीते मंगलवार से ही कैमूर जिले में ठंड बढ़ गई। बुधवार की सुबह की हवा चलने से सिहरन में इजाफा हो गया।
अलाव व कंबल के लिए दो लाख का आवंटन
ठंड से लोगों को राहत दिलाने के लिए जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया है। अलाव जलाने के साथ-साथ गरीबों असहाय व जरूरतमंदों के बीच कंबल का वितरण करने के लिए दो लाख दो सौ रुपये का आवंटन हो गया है। हालांकि अभी प्रशासनिक स्तर पर कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो लोग पुआल जलाकर ठंड से राहत पा रहे हैं। वहीं शहरी इलाकों में दुकानदार लकड़ी से कहीं-कहीं अलाव जला रहे हैं।