मानपुर के ऐतिहासिक सूर्य पोखर पर भी दिया अर्घ्य
। लोक आस्था का महापर्व अंतिम अर्घ्य के साथ शुक्रवार को संपन्न हो गया।
गया। लोक आस्था का महापर्व अंतिम अर्घ्य के साथ शुक्रवार को संपन्न हो गया। मानपुर के ऐतिहासिक सूर्यपोखर में भगवान भास्कर का अंतिम अर्घ्य दान देने के लिए व्रतियों के साथ श्रद्धालुओं का तांता सुबह से ही लगना शुरू हो गया। छठीमईया के गीत से इलाका गूंज रहे थे। सूर्योदय होते ही व्रती अर्घ्य देना शुरू कर दी। उसके बाद अपने-अपने स्थान पर बैठकर साक्षात सूर्य भगवान का पुजा अर्चना की। उपवास रही व्रती छठ घाट पर ही प्रसाद ग्रहण की। उसके बाद लोगों के बीच भी प्रसाद बांटे गए।
सूर्यपोखर में अर्घ्य दान के लिए शहर से लेकर कई गांव के लोग काफी संख्या में पहुंचे। इतनी काफी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए शांति समिति सह जनता-पुलिस सहयोग समिति के लोग काफी तत्पर दिखे। सूर्यपोखर की सफाई नगर निगम के मजदूरों द्वारा कराई गई थी। इसके जल को स्वच्छ बनाने के लिए चुना और फिटकिरी डाले गए थे। व्रतियों को पानी का किल्लत नहीं हो इसके लिए बिजली संचालित मोटर से सूर्यपोखर में पानी भरी गई थी।