विद्यालय में शिक्षकों की कमी से शैक्षणिक माहौल ठप
गया। यूं तो प्लस टू यशवंत उच्च विद्यालय का अतीत काफी गौरवशाली रहा है। लेकिन वर्तमान स्थिति चिंतनी
गया। यूं तो प्लस टू यशवंत उच्च विद्यालय का अतीत काफी गौरवशाली रहा है। लेकिन वर्तमान स्थिति चिंतनीय है। विद्यालय में शिक्षकों की कमी से शैक्षणिक माहौल पूर्णतया ठप है। नामांकित छात्रों की उपस्थिति भी शिक्षकों के अनुपात में होता है। गुरुवार को इंटर कला संकाय में छह छात्र क्लास में उपस्थित थे। जिन्हें माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक मुरारी प्रसाद पढ़ा रहे थे। विद्यालय में इंटर साइंस का क्लास नहीं चलता। जबकि शिक्षक नियुक्त हैं। विद्यालय में प्लस टू के लिए पांच शिक्षकों की नियुक्ति है। जिसमें कला संकाय के लिए तीन, विज्ञान के लिए एक और वाणिज्य के लिए एक शिक्षक हैं। वाणिज्य संकाय में एक भी छात्र का नामांकन नहीं है। तीनों संकायों में नामांकन के लिए निर्धारित सीटों की संख्या 240 है। कला संकाय के छात्रों ने पूछे जाने पर बताया कि जब क्लास ही नही होता तो विद्यालय आकर अपना समय क्यों बर्बाद किया जाए। इससे बेहतर निजी तौर पर अध्ययन-अध्यापन करना है। वहीं, विद्यालय के प्रधानाध्यापक डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि शिक्षको की कमी है। जिसके कारण छात्र नहीं आते। शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति व नियोजन करना मेरे दायरे में नहीं है।