खबरों को चेक बैलेंस करने की जरूरत: डीएम
जागरण संवाददाता, गया : राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर शुक्रवार को जिलाधिकारी अभिषेक सिंह की अध्यक्षता म
जागरण संवाददाता, गया : राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर शुक्रवार को जिलाधिकारी अभिषेक सिंह की अध्यक्षता में समाहरणालय में डिजिटल युग में पत्रकारिता आचारनीति और चुनौतिया विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ डीएम, उप विकास आयुक्त किशोरी चौधरी, प्रभारी एसएसपी अनिल कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
डीएम ने कहा कि डिजिटल युग में मीडिया के लिए तकनीक सबसे बड़ी चुनौती बन गई है, जिसके कारण खबरें बहुत तेजी से लोगों तक पहुंच रही हैं, लेकिन आवश्यकता है इसे कैसे चेक एंड बैलेंस किया जाए। उन्होंने कहा कि मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। जिस तरह से जिला प्रशासन की अपनी सीमाएं हैं, उसी तरह मीडिया की भी सीमाएं हैं। मीडिया को यह सुनिश्चित करना है कि उसे जो भी जिम्मेदारी मिली है, उसे अच्छी तरह समझें। पारदर्शिता या आर्थिक बल के रूप में हो। मीडिया ने चुनौतियों का सामना किया है और वह परिपक्व होकर उभर कर आया है। उन्होंने कहा कि मीडिया के हाथ के जो कैमरा है, वह समाज के लिए एक आईना है। कई बार चीजें सही रहती हैं पर उसे समाज के पटल पर रखना घातक साबित होता है। वहीं, सोशल मीडिया आज के युग में प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लिए बहुत बड़ी चुनौती है। मीडिया द्वारा समाचार संप्रेषित करने से पहले लोगों तक उस घटना की जानकारी पहुंच जा रही है। समाचार संप्रेषण में जल्दीबाजी होने के कारण कई बार गलत खबर भी लोगों तक पहुंच जाती है। उन्होंने कहा कि आज भी जब वे सुबह उठते हैं तो सबसे पहले अखबार पढ़ते हैं। दिन में दो चार बार न्यूज चैनल भी देखते हैं। उन्होंने कहा कि अब इंटरनेट के माध्यम से भी बहुत सारे समाचार लोगों तक पहुंच जाते हैं। आज भी लोगों को मीडिया पर विश्वसनीयता बनी हुई है। मीडिया को किसी भी घटना को उसके संपूर्ण परिवेश में देखकर समाचार के रूप में संप्रेषित करने की जरूरत है। नई तकनीक के आ जाने पर प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक न्यूज चैनल वेबसाइट के माध्यम से पल-पल की खबरें हम तक पहुंचाते हैं। मीडिया समाज के माइंडसेट को बदलने की क्षमता रखता है।