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संस्थागत प्रसव की रिपोर्ट न देने वाले निजी अस्पतालों का लाइसेंस करें रद

गया। जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा क

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Jan 2020 02:40 AM (IST)Updated: Sat, 25 Jan 2020 06:13 AM (IST)
संस्थागत प्रसव की रिपोर्ट न देने वाले निजी अस्पतालों का लाइसेंस करें रद
संस्थागत प्रसव की रिपोर्ट न देने वाले निजी अस्पतालों का लाइसेंस करें रद

गया। जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए अस्पताल की व्यवस्थाओं के साथ स्वास्थ्य योजनाओं का हाल भी लिया। उन्होंने संस्थागत प्रसव की समीक्षा में पाया कि प्राइवेट अस्पतालों से प्रसव की संख्या की रिपोर्ट नहीं आ रही। इस पर उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश देकर ऐसे अस्पतालों को चिह्नित करते हुए उनका लाइसेंस रद करने को कहा।

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आयुष्मान भारत की समीक्षा में डीएम ने पाया कि 20 लाख 11 हजार गोल्डन कार्ड बनाने के लक्ष्य के सापेक्ष अब तक एक लाख 12 हजार गोल्डन कार्ड ही बने हैं। धीमी प्रगति पर सभी हॉस्पिटल मैनेजर व प्रभारी को फटकार लगा तेजी लाने का निर्देश दिया। डीएम ने आयुष्मान भारत योजना के कॉमन सर्विस सेंटर के समन्वयक के विरुद्ध सचिव स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर विभागीय कार्रवाई की अनुशसा करने का निर्देश दिया। उन्होंने काम में लापरवाही बरतने वाली आशा कार्यकर्ताओं की सूची 15 दिनों के अंदर देने को कहा। प्रखंडवार आयुष्मान भारत के तहत गोल्डन कार्ड वितरण की सूची अगली बैठक में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। डीएम ने इस पर नाराजगी जाहिर की कि अन्य जिलों की तुलना में गया में आयुष्मान भारत का काम काफी धीमा है। कमजोर प्रदर्शन वाले प्रखंडों के प्रभारी का वेतन रुकेगा :

-डीएम ने चेतावनी देते हुए कहा कि जिन प्रखंडों की स्थिति अच्छी नहीं होगी, वहां के प्रभारियों का वेतन बंद रहेगा। आयुष्मान के वीएलई को-ऑर्डिनेटर को सात दिनों के अंदर प्रत्येक दिन दो-दो पीएचसी में जाकर कार्य में तेजी लाने को कहा। अनेक अस्पताल प्रबंधकों ने बताया कि वीएलई समय पर कैंपों में नहीं आते हैं। इससे गोल्डन कार्ड बनाने में परेशानी होती है। डीएम ने सभी को हर रोज 10 बजे सुबह अस्पताल आने या संबंधित कैंप पहुंचने का निर्देश दिया। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह, डीआइओ डॉ. सुरेंद्र चौधरी, डीपीएम निलेश कुमार, डॉ. एमई हक व स्वास्थ्य विभाग के कई दूसरे अधिकारी उपस्थित थे।

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इनसेट :

परैया चिकित्सा प्रभारी के विरुद्ध मिल रही शिकायत की होगी जांच

जासं, गया : डीएम अभिषेक सिंह ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में कहा कि परैया के चिकित्सा प्रभारी के विरुद्ध हमेशा शिकायत प्राप्त होती है कि वह अस्पताल में उपस्थित नहीं रहते हैं। आम नागरिकों की अस्पताल के विरुद्ध नाराजगी पनप रही है। डीएम ने सिविल सर्जन डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह को निर्देश दिया कि परैया प्रभारी की कार्यशैली की जांच करवाएं। 15 दिनों के अंदर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।


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