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डॉक्‍टर को पेड़ से बांध पत्‍नी-बेटी से सामूहिक दुष्‍कर्म, अब DNA रिपोर्ट से सुलझेगा मामला

बिहार के गया में बीते 13 जून को एक डॉक्‍टर को रोककर लूटपाट की गई। उसकी पत्‍नी व बेटी से सामूहिक दुष्‍कर्म किया गया। पुलिस यह मामला अब जल्‍दी ही सुलझाने जा रही है।

By Amit AlokEdited By: Published: Wed, 28 Nov 2018 08:54 PM (IST)Updated: Wed, 28 Nov 2018 08:54 PM (IST)
डॉक्‍टर को पेड़ से बांध पत्‍नी-बेटी से सामूहिक दुष्‍कर्म, अब DNA रिपोर्ट से सुलझेगा मामला
डॉक्‍टर को पेड़ से बांध पत्‍नी-बेटी से सामूहिक दुष्‍कर्म, अब DNA रिपोर्ट से सुलझेगा मामला

पटना [राजीव रंजन]। बिहार के गया में एक डॉक्‍टर को पेड़ से बांधकर उसकी पत्‍नी व बेटी से सामूहिक दुष्‍कर्म किया गया था। पुलिस यह मामला अब डीएनए रिपोर्ट से सुलझाने जा रही है। घटना विगत 13 जून को गया के कोच थाना क्षेत्र के सोनडीहा गांव में हुई थी। यह मामला पुलिस ने वैज्ञानिक जांच व उपलब्‍ध साक्ष्‍यों के आधार पर लगभग सुलझा लिया है।

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विदित हो कि बीते 13 जून को गया के कोंच थाना क्षेत्र के रहने वाले एक आरएमपी डॉक्टर जब अपनी पत्नी और बेटी के साथ मोटरसाइकिल से गांव लौट रहे थे तब रास्ते में सोनडीहा गांव के निकट घात लगाए 10-12 की संख्या में अपराधियों ने उन्हें रोक लिया। पहले तो अपराधियों ने डॉक्टर और उनकी पत्नी व बेटी के साथ लूटपाट की, फिर डॉक्टर को वहीं पेड़ से बांध कर उनकी पत्नी और नाबालिग बेटी के साथ सामूहिक दुष्‍कर्म किया।

13 अभियुक्तों के डीएनए रिपोर्ट का इंतजार

डॉक्टर से लूटे गए सामान और पैसे तो पुलिस पहले ही बरामद कर चुकी है। अब सामूहिक दुष्‍कर्म की पुष्टि के लिए गया के जेल में बंद कुल 13 अभियुक्तों के डीएनए रिपोर्ट का इंतजार है। डीएनए रिपोर्ट मिलते ही इस सामूहिक दुष्कर्म मामले का खुलासा हो जाएगा।

बिहार में अपनी तरह का पहला मामला

बिहार के लिए यह पहला मामला है जब यहां की एफएसएल की डीएनए रिपोर्ट के आधार पर 'पॉक्सो' के तहत किसी नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सुलझाया जाएगा और इसके अभियुक्तों को सजा दिलाई जाएगी। सीआइडी के अपर पुलिस महानिदेशक विनय कुमार की मानें तो डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट अगले दो सप्ताह में प्राप्त हो जाएगी।

वैज्ञानिक जांच से हुआ उद्भेदन

उन्होंने कहा कि डॉक्टर से लूटे गए सामान और पैसे को पुलिस ने बरामद कर लिया है। इस पूरे मामले को पड़ोस के गांव के ही अपराधियों ने अंजाम दिया था। उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में यह मामला पूरी तरह 'ब्लाइंड' दिख रहा था। लेकिन हमने जब वैज्ञानिक जांच का सहारा लिया तो इसकी परतें खुलने लगी।

खोजी कुत्‍तों ने दिया दुष्कर्मियों का पहला सुराग

एडीजी विनय कुमार बताते हैं कि इस कांड की जांच के लिए डॉग स्क्वायड का इस्तेमाल किया गया। इसके बाद पड़ोस के गांव में सुरेंद्र पासवान के घर से लूटे गए सामान, गहने और पैसे बरामद कर लिए गए। साथ ही वह देसी पिस्तौल भी बरामद कर ली गई जिसकी नोंक पर अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया था। तब इस मामले में एक के बाद एक कुल 13 गिरफ्तारियों हुई।

डाक्टर से लूटे गए सामान बरामद होने के बाद पुलिस के समक्ष डॉक्टर की पत्नी व नाबालिग बेटी के साथ हुए सामूहिक दुष्‍कर्म के दोषियों को सजा दिलाना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है। जांच के दौरान पुलिस को लड़की के कपड़े से खून का एक धब्बा मिला था।  लड़की के कपड़े से मिले खून के धब्बे का गिरफ्तार अपराधियों के डीएनए से मिलान किया जा रहा है।

दो सप्‍ताह में आ जाएगी डीएनए रिपोर्ट

पुलिस ने खोजी कुत्तों की मदद से जिन 13 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था, अब उनके डीएनए से लड़की के कपड़े पर मिले खून के धब्बे का मिलान किया जा रहा है। सीआइडी के एडीजी का कहना है कि सभी 13 अभियुक्तों के खून के नमूने एफएसएल को उपलब्ध करा दिए गए हैं। अगले दो सप्ताह में इसकी रिपोर्ट आने वाली है। उन्होंने बताया कि किसी सामूहिक दुष्‍कर्म के मामले में बिहार के लिए यह पहला मौका होगा जब यहां के एफएसएल की डीएनए रिपोर्ट के आधार पर 'पॉक्सो' का कोई केस सुलझाया जाएगा। डॉक्टर व उसके परिवार से लूट का मामला तो पहले ही सुलझ चुका है।


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