घने कोहरे ने रोक दी बस और ट्रेनों की रफ्तार, गया के गुरारू में बिजली कटने से पानी की हो गई किल्लत
घने कुहासे का ट्रेनों और बसों के परिचालन पर व्यापक असर पड़ा है। लंबी दूरगामी ट्रेनें चार-पांच घंटे विलंब से चल रही हैं। गुरारू में सुबह से बिजली गुल है। कुहासे की वजह से फॉल्ट का पता नहीं चल रहा है।
संवाद सूत्र, गया /रोहतास। कड़ाके की ठंढ और शीतलहरी के साथ-साथ घने कोहरे का व्यापक असर आम जनजीवन पर पड़ रहा है । कोहरे ने ट्रेनों-बसों के परिचालन, बिजली आपूर्ति, जलापूर्ति सबको प्रभावित कर दिया है। शनिवार की सुबह घने कोहरे से ढके गुरारू बाजार में दिन के 9 बजे तक अगल-बगल के मकान भी साफ नहीं दिख रहे थे। कुहासे की वजह से हेडलाइट भी सड़कों पर बेअसर थी। वाहन चालकों के लिए सड़क पर 5 मीटर से अधिक दूरी को साफ-साफ देख पाना असंभव हो रहाथा।
घंटों विलंब से चल रहीं दूरगामी स्पेशल ट्रेनें
इधर फाॅगिंग वेदर काॅशन पर चल रहीं सभी ट्रेनों की स्पीड पर कोहरे ने इस कदर ब्रेक लगा दिया है कि सुबह के 4: बजे से 4:30 बजे के बीच गुरारू रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनें दिन के 9 बजे तक नहीं गुजरी है। कोहरे का असर बिजली आपूर्ति पर भी पड़ रहा है। बिजली प्रवाहित तार टूट कर गिर गया। लेकिन फॉल्ट नहीं मिल पाने के कारण हादसेे की आशंका से विभाग ने सुबह में पूरे प्रखंड की बत्ती गुल कर दी। इस कारण नल जल योजना से सुबह सवेरे पेयजल की आपूर्ति, मोबाइल टावरों की विद्युत आपूर्ति पर व्यापक असर पड़ा है।
रोहतास में स्टेशन से लेकर बस पड़ाव तक चहल-पहल कम
रोहतास जिले में दो दिनों के बाद शनिवार की सुबह काफी सर्द रही। बीते दिनों धूप निकल जाने से लोगों को ठंड से राहत मिलती नजर आ रही थी। लेकिन एक बार फिर यह कहर बरपाने लगी है। सुबह में कुहासे से पानी की बूंदें गिर रही थीं। इस कारण रास्ते से लेकर गुजरनेवाले तक भीग गए। आरंभ में लगा कि बारिश की फुहारें पड़ रही है लेकिन फिर पता चला कि यह ओस की बूंदें हैं। मौसम विज्ञानियों की मानें तो अभी राहत नहीं मिलेगी। यह स्थिति कुछ दिन ऐसी ही रहेगी।