बच्चों के सिर से उठ गया माता-पिता का साया
गया। एक घटना ने दस वर्षीय सतीश और उसकी बड़ी बहन 18 वर्षीया शोभा कुमारी के सिर से मां बाप का साया उठ गया।
गया। एक घटना ने दस वर्षीय सतीश और उसकी बड़ी बहन 18 वर्षीया शोभा कुमारी के सिर से मां-बाप, भाई व चाचा का साया छीन लिया।
चोवा यादव चार बच्चों के पिता थे। दो बेटे व दो बेटियों में एक बेटा बीरेंद्र नहीं रहा। दस वर्षीय सतीश और शोभा की आंखों के आंसू थम नहीं रहे। चोवा बड़ी बेटा का ब्याह कर चुके थे। इधर कुलेश्वर यादव की मौत के बाद उनके परिवार में पत्नी गुलमी देवी, एक बेटी व एक बेटा है। यह परिवार भी कुलेश्वर के निधन के बाद बेसहारा हो गया। एक परिवार के चार लोगों के शव घर आए तो परिजन बेहोश हो जा रहे थे। गांव-परिवार के लोग ढाढस दिलाकर चुप करने की कोशिश कर रहे थे। खपरैल मकान में रहने वाला चोवा का परिवार मजदूरी कर घर चलाता था। बीरेंद्र जब बड़ा हुआ तो ऑटो चलाकर परिवार का हाथ बंटाने लगा। अब दोनों अब इस दुनिया में नहीं रहे। इधर, कुलेश्वर के निधन से दो बच्चों के सिर से भी पिता का साया उठ गया। पचरतन पंचायत के मुखिया ने शवों के अंतिम संस्कार के लिए तीन-तीन हजार रुपये कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत प्रदान किया, जबकि बीडीओ ने 20-20 हजार रुपये का चेक दिया। ग्रामीणों ने एक बार फिर प्रशासन से कोठवारा बाजार और मटन मोड़ के पास स्पीड ब्रेकर बनाने की माग दुहराई है।