आक्रोशित लोगों ने किया पुलिस पर पथराव, टेलर फूंक डाला
डोभी-चतरा सड़क मार्ग पर मटन मोड़ के पास एक ही परिवार के चार लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई।
गया। डोभी-चतरा सड़क मार्ग पर मटन मोड़ के पास एक ही परिवार के चार लोगों की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद लोगों का गुस्सा इस कदर था कि पुलिस की मौजूदगी में हादसे के लिए जिम्मेदार टेलर वाहन को आग के हवाले कर देने से गुरेज नहीं किया। आक्रोशित लोगों का कहना था कि दो बार लगातार इस स्थान पर हुई दुर्घटना में लोगों की जान चली गई। स्पीड ब्रेकर की माग की जा रही है, पर इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। जिसका परिणाम था कि एक ही परिवार के चार लोगों की जान चली गई।
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हादसे में पूरा परिवार ही खत्म हो गया
इस घटना में कोठवारा के मृतक चोवा यादव (45) का पूरा परिवार ही खत्म हो गया। चोवा यादव, उनकी पत्नी कबूतरी देवी, पुत्र बीरेंद्र यादव (20) तथा चोवा यादव के भाई कुलेश्वर यादव(43) की मौत इस हादसे में हो गई।
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परिचित से ऑटो लेकर चला था वीरेंद्र
ऑटो मालिक ओमकार से ऑटो मागकर वीरेंद्र खुद चलाते हुए मोहनपुर की ओर जा रहा था कि चोवा यादव के भाई कुलेश्वर यादव भी भाई की सास के मृत्यु की खबर सुन ऑटो पर सवार हो गए थे।
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दुर्घटना के बाद भी चालक नहीं रुका
टेलर में ऑटो के फंसने के बाद टेलर का चालक घबरा गया। भागने के चक्कर मे तेज गति से वाहन चलाने लगा। स्थानीय लोगों ने जब चिल्लाते हुए पीछा किया तो वह मटन मोड़ के पास महज दो सौ मीटर की दूरी पर टेलर छोड़कर भाग निकला।
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पथराव के कारण पुलिस को पीछे हटना पड़ा
घटना से आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। मौके पर पहुंचे डोभी थानाध्यक्ष रविभूषण ने लोगों को समझाने व परिजनों से मिलकर सात्वना देने की कोशिश की, पर लोगों के गुस्से को भांप पुलिस बल के साथ पीछे हट जाना मुनासिब समझा। हालांकि ईंट पत्थर से किसी पुलिसकर्मी को चोट नहीं पहुंची।
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थानाध्यक्ष ने वरीय पुलिस पदाधिकारी को इसकी सूचना दी। इसके बाद शेरघाटी अनुमंडल मुख्यालय थाना के अलावा बाराचट्टी थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, पर लोगों का आक्रोश देख पुलिस चुप रही। डोभी-चतरा मार्ग पर आवागमन अवरुद्ध है। डोभी के अंचलाधिकारी संजय कुमार झा ने कहा कि मृतकों के परिजनों को सरकारी नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। इस आश्वासन के बाद भी जाम हटाने के लिए मृतक के परिजन व आक्रोशित ग्रामीण तैयार नहीं हैं।
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स्पीड ब्रेकर बन जाता तो ऐसा नहीं होता
स्थानीय लोगो ने बताया कि यहां अक्सर दुर्घटना होती रही है। कई बार सड़क निर्माण में लगी कंपनी के अधिकारी से स्पीड ब्रेकर बनाने को कहा गया। हर बार संवेदक द्वारा थाना पुलिस का हवाला देकर स्पीड ब्रेकर बनाने से मना कर दिया गया। इस स्थान पर करीब दर्जन भर दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें छह लोगों की मौत हो चुकी है। आधा दर्जन से अधिक लोग घायल भी हो चुके हैं।