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मुख्‍यमंत्री के आदेश से शुरू अस्‍पताल भवन का निर्माण अब तक अधूरा, सवा करोड़ से हो रहा है निर्माण

रोहतास के संझौली प्रखंड में अतिरिक्‍त प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र के भवन का निर्माण अब तक पूर्ण नहीं हो सका है। इस कारण लोग आक्रोश जाहिर कर रहे हैं। करीब सवा करोड़ की लागत से इसका निर्माण होना है।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2020 01:13 PM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2020 01:13 PM (IST)
मुख्‍यमंत्री के आदेश से शुरू अस्‍पताल भवन का निर्माण अब तक अधूरा, सवा करोड़  से हो रहा है निर्माण
अधूरा पड़ा एपीएचसी का भवन निर्माण कार्य। जागरण
जेएनएन, रोहतास। संझौली प्रखंड क्षेत्र के सुसाडी में अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (Additional Primary Health Center) के निर्माण में सुस्‍ती आ गई है। मुख्यमंत्री (Chief Minister) से और प्रधान सचिव ( Principal Secretary) के आदेश के बाद भी यह हाल है। संवेदक  की लापरवाही के साथ ही विभागीय उदासीनता के कारण ही डेढ़ साल बाद भी अस्पताल निर्माण पूर्ण नहीं हो पाया है। प्लिंथ तक कार्य कर संवेदक ने छोड़ दिया है। यहां तक निर्माण कार्य में लगे गांव के मजदूरों का भी भुगतान नहीं किया गया। इससे लोग नाराज हैं। इसकी शिकायत डीएम पंकज दीक्षित से की गई है। 
मुख्‍यमंत्री के आदेश के बाद शुरू हुई थी प्रक्रिया
ग्रामीणों के मुताबिक 13 जनवरी 2018 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुसाड़ी आए थे। ग्रामीणों ने उनसे अस्पताल निर्माण की मांग की थी। गांव के समाजसेवी शिवकुमार ने भी स्वास्थ्य विभाग के तत्कालीन प्रधान सचिव संजय कुमार से शीघ्र अस्पताल निर्माण की मांग की थी। उसके आलोक में प्रधान सचिव ने जिलाधिकारी को शीघ्र जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश जारी किया। तब डीएम के आदेश पर एसडीएम बिक्रमगंज विजयंत व तत्कालीन सीओ आशीष कुमार ने एक सप्‍ताह में अस्पताल निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध करा दी। विभाग को रिपोर्ट भेज दी गई। शिवकुमार, सरपंच उत्तम कुमार ने बताया कि जिले से जमीन उपलब्धता की रिपोर्ट भेजने के बाद विभाग ने प्राक्कलन तैयार कर इसकी संविदा भी निकाल दी।
एक करोड़ 21 लाख रुपये से होना है निर्माण
प्राक्कलित राशि से बनने वाला अस्पताल का काम रीता कंस्ट्रक्शन को मिला। लेकिन जिस तत्परता से मुख्यमंत्री की पहल पर अस्पताल निर्माण के लिए वरीय अधिकारियों ने कागजी प्रक्रिया पूरी की गई, आज निर्माण में उतनी ही सुस्‍ती बरती जा रही है। छह माह से निर्माण कार्य पूरी तरह बंद है। ग्रामीण बार-बार निर्माण पूर्ण करने की मांग उठा रहे हैं। लेकिन संवेदक बेपरवाह बना हुआ है। ग्रामीणों के अनुसार संवेदक ने गांव के आधा दर्जन मजदूरों को उनकी मजदूरी का भुगतान भी नहीं किया है।  उमेश चंद्रवंशी , बुधु राम , अशोक चंद्रवंशी , शंकर प्रसाद , मनोज कुमार आदि का पैसा बकाया है।
इधर संवेदक का अपना तर्क है। उनका कहना है कि निर्माणाधीन अस्पताल के पास लगे बिजली के तार को हटाने की मांग विद्युत विभाग से की गई। तार हट जाने के बाद कार्य शुरू हो जाएगा।  डीएम पंकज दीक्षित ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद करवाई की जाएगी। लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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