आस्था व भरोसे का संगम : व्रत भी रखा, वोट भी दिया
मुकेश कुमार गया एक ओर आस्था का महापर्व छठ नवरात्र भी तो दूसरी ओर लोकतंत्र का महाप
मुकेश कुमार, गया
एक ओर आस्था का महापर्व छठ, नवरात्र भी, तो दूसरी ओर लोकतंत्र का महापर्व चुनाव। गुरुवार को गांव-शहर में उत्सव ही उत्सव था। इसे एक संयोग ही कहेंगे।
लोगों ने पूरे उत्साह के साथ लोकतंत्र का महापर्व भी मनाया। सुबह सात बजे मौसम में हल्की नरमी थी। देखते-देखते धूप चढ़ती गई, पर मतदाताओं की लाइन लगी हुई थी। सुबह 8.40 बजे आम दिनों की अपेक्षा चहल-पहल बहुत कम थी। ऐसा लग रहा था, मानों लोग अवकाश का आनंद उठा रहे हों। छोटकी नवादा में सड़क के किनारे युवा व बच्चे क्रिकेट में मशगूल। यहां रुकने पर युवा वोटर कहते हैं, बस क्रिकेट खेलकर वोट देने ही जाएंगे। वोट तो देना ही है।
जिस बागेश्वरी गुमटी पर हमेशा वाहनों की आवाजाही से जाम लगा रहता है, वहां 9:15 बजे शांति थी। कोई हो-हल्ला नहीं। यहां पर करीब 75 वर्षीय नागेश्वर प्रसाद से मुलाकात होती है। मतदान के बारे में पूछने पर कहते हैं-कौन? जब जानते हैं कि दैनिक जागरण की टीम है तो वे कहते हैं-यही एक अखबार है, जिसने फल्गु और बागेश्वरी गुमटी की समस्याओं को उठाकर जनप्रतिनिधियों को आइना दिखाया है। वे भी वोट देने जा रहे हैं।
9:25 बजे केंद्रीय विद्यालय के अंदर पहुंचने पर वहां मतदान केंद्र पर लंबी कतार दिखती है। यहां कारपेंटर भगवान मिस्त्री से मुलाकात होती है। उन्हें देखकर लगा, जैसे वे इस महापर्व से अनजान हो। लेकिन बात होते ही उनका जोश उमड़ पड़ता है। वे बताते हैं-मेरे पैर में दर्द है, ठीक से चल नहीं सकता। लेकिन बेटे को लेकर मतदान के लिए आए हैं।
9.45 बजे गया जंक्शन पर पटना जाने के लिए आठ नंबर प्लेटफार्म पर गया- पटना पैसेंजर खड़ी है। स्टेशन पर ज्यादा भीड़ नहीं। परैया के सुनील कुमार मतदान के बाद पटना जाने के लिए ट्रेन में बैठ चुके हैं। वे कहते हैं-वोट दे दिया, पटना जा रहे हैं।
10: 05 बजे गुरुद्वारा रोड में भी सन्नाटा है। कूड़ा कचरा उठा रहे कुछ युवा थे, पूछने पर कहते हैं- नहीं भैया। पहले कुछ कमा लें। फिर वोट देने भी जाएंगे। मेरा वोट प्राथमिक विद्यालय मुरारपुर बूथ पर पड़ेगा, वोट हर हाल में देंगे।
10: 15 बजे टिकारी रोड में तिलकुट की दुकानें करीब-करीब बंद हैं। इक्का-दुक्का दुकान खुली है। 10:30 बजे जीबी रोड और आजाद पार्क के पास शिवमंदिर में चार पांच की संख्या में युवा झाल करताल लेकर भजन कीर्तन में मशगूल हैं। उन्हें देखकर ऐसा लगा, जैसे चुनाव से बेखबर हों। लेकिन, वे लोग वोट डाल चुके थे। संजय पाठक कहते हैं, हमलोग सुबह सात बजे ही मतदान कर आए बंधु। 10: 50 बजे एएन रोड स्थित मम एकेडमी बूथ पर महिला वोटरों की अच्छी खासी भीड़ दिखी। यहां पहली बार वोट देने पहुंची नाजिया कहती हैं, हमारे लिए विकास मुद्दा है। जो शहर का विकास करेगा, उसे वोट देंगे। दुखहरणी मंदिर के पास यहां के पुजारी कमल किशोर मिश्रा कहते हैं कि श्रद्धालुओं की भीड़ काफी कम है। नवरात्र की पष्ठी तिथि को इस मंदिर में काफी भीड़ होती थी, पर आज लोकतंत्र का महापर्व भी है।
11:10 बजे राजकीयकृत हरिश्चंद उच्च विद्यालय किरानी घाट स्थित बूथ संख्या 38 पर महिला वोटरों के साथ-साथ युवा वोटरों का उत्साह चरम पर है। थोड़ी दूर आगे अभ्यास मध्य विद्यालय, पंचायती अखाड़ा में भी ऐसा ही नजारा। 11: 45 बजे रामशिला मंदिर स्थित बूथ पर लोग पसंदीदा उम्मीदवारों पर चर्चा कर रहे हैं। यानी, हर तरफ चुनाव की चर्चा।