सभ्ाी पंचायतों में बनेगी वैश्य चेतना समिति की कमेटी, संगठन की मजबूती से ही मिलेगा वाजिब हक
औरंगाबाद के ओबरा में वैश्य चेतना समिति की बैठक की गई। इसमें प्रखंड की सभी पंचायतों में कमेटी बनाने का आह्वान किया गया। कहा गया कि संगठन की मजबूती बहुत जरूरी है। इससे ही हमें वाजिब हक मिल सकेगा।
संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद)। वैश्य चेतना समिति की बैठक गुरुवार को ओबरा में की गई। इसमें प्रखंड की सभी 20 पंचायतों में पंचायतस्तरीय कमेटी बनाने के लिए प्रेरित किया गया। प्रखंड कमेटी को जिम्मेदारी दी गई है कि वे कम से कम समय में पंचायत समिति के लिए सदस्यों का चयन कर उनकी सूची प्रदेश कमेटी को सौंपें। कमेटी में हर वैश्य जातियों के दो सदस्यों का चयन किया जाना है।
वैश्य समाज को मुख्य धारा में लाने का प्रयास
प्रदेश उपाध्यक्ष आनंद प्रसाद सोनी ने बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि संगठन को मजबूत किया जाना आवश्यक है। क्योंकि संगठन की मजबूती से ही हम अपना वाजिब हक ले सकेंगे। इसलिए समाज को ताकत देने के लिए संगठन का होना अति आवश्यक है। संघे शक्ति कलियुगे कहा गया है, यानी कलयुग में संघ और संगठन में ही शक्ति है। बहरहाल संगठन बेहतर तरीके से काम कर रहा है। आने वाले वक्त में वैश्य चेतना समिति समाज को मुख्यधारा में लाने और विभिन्न तरह के कार्यक्रमों से जोड़ने का काम करेगा। कहा कि वैश्य चेतना समिति ऐसे सदस्यों का भी चयन करेगी जो होल टाइमर हों। यानी अपना पूरा वक्त संस्था और समाज के लिए दे सकेंगे। उनके लिए अर्थ की व्यवस्था भी की जाएगी।
गया और औरंगाबाद में बनाई जा रही कमेटी
उन्होंने कहा कि गया और औरंगाबाद के सभी प्रखंडों में कमेटी गठन किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। प्रखंड कमेटी ही पंचायत कमेटी के लिए सदस्यों का चयन करेगी। उसकी सूची मुख्यालय को भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि बैठक में पूर्व से तय कई अधिकारी नहीं शामिल हुए इस कारण उनकी जगह नए लोग पदाधिकारी बनाए गए। ओबरा प्रखंड कमेटी के रामसेवक प्रसाद अध्यक्ष, संजय प्रसाद गुप्ता सचिव एवं संगठन सचिव शिव नारायण प्रसाद बनाये गए। अशोक प्रसाद अग्रवाल, संजय कुमार मालाकार, बबन प्रसाद, अमित कुमार, रामस्वरूप प्रसाद, अनिल मालाकार, पवन प्रजापति, शंकर प्रसाद, प्रमोद भगत, सुबोध अग्रवाल, जितेंद्र कुमार बैठक में उपस्थित रहे।