Move to Jagran APP

सीएम नीतीश ने दहेज न लेने की दिलायी शपथ, कहा- मिलकर करेंगे बिहार का विकास

सीएम नीतीश कुमार विकास समीक्षा यात्रा के दौरान गया के टिकारी पहुंचे। यहां उन्‍होंने लोगों को हाथ उठाकर दहेज न लेने की शपथ दिलायी। कहा कि हम सब मिलकर बिहार की तस्‍वीर बदल देंगे।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 16 Jan 2018 12:34 PM (IST)Updated: Tue, 16 Jan 2018 11:08 PM (IST)
सीएम नीतीश ने दहेज न लेने की दिलायी शपथ, कहा- मिलकर करेंगे बिहार का विकास
सीएम नीतीश ने दहेज न लेने की दिलायी शपथ, कहा- मिलकर करेंगे बिहार का विकास

गया [जेएनएन]। दहेज और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को जड़ से उखाड़ फेंकने को कृतसंकल्प मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भगवान सूर्य को साक्षी मानकर लोगों से हाथ उठाकर शपथ दिलाई कि वे दहेज न लेंगे, न देंगे। उन्होंने लाव में पइन निर्माण की घोषणा भी की।

loksabha election banner

वे विकास समीक्षा यात्रा के क्रम में मंगलवार को टिकारी की लाव पंचायत के लाव गांव में थे। यहां उन्होंने न सिर्फ योजनाओं का निरीक्षण किया, बल्कि कल के बेहतर बिहार के सपने भी साझा किए। उन्होंने कहा कि चार साल में सात निश्चय योजना को हर गांव और शहर तक पहुंचा देने का लक्ष्य है। हर गली का पक्कीकरण, हर घर में नल का जल और शौचालय उनका संकल्प है। लाव गांव में वार्ड 15 महादलित टोले में मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर ग्रामीण अभिभूत थे। नीतीश ने लोगों से पूछा भी कि किधर है नल जल और शौचालय, जरा दिखाइए तो सही।

सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चार साल की योजना है, बिहार की तस्वीर बदल देनी है। कुछ लोग मुखिया को भड़का रहे हैं कि उनका अधिकार छीना जा रहा है। यह दुष्प्रचार है। यह कम नहीं हुआ है, मुखिया का अधिकार और कर्तव्य बढ़ गया है। एक साल काम बाधित रह गया, चार साल का समय है, जिसमें सब मिलकर योजना के लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे। हर घर में नल का पानी पहुंचना मामूली बात नहीं है। 90 प्रतिशत बीमारी से छुटकारा तो सिर्फ शुद्ध जल और शौचालय के प्रयोग से मिल जाएगा।

नीतीश ने कहा कि वे पटना में बैठकर राज चलाना नहीं जानते। वे लोगों के बीच घूम-घूमकर एक-एक चीज की जानकारी लेते हैं। यह गांव ऐतिहासिक है, जो लावण्य ऋषि के नाम पर है। सुंदरशाह के गढ़ की खोदाई की जरूरत है, उन्होंने ही टिकारी नगर बसाया था। यहां के टीला और गढ़ के बारे में जानकर बहुत खुशी हुई। जिला प्रशासन ने 505 करोड़ की 225 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास कराया, इसके लिए वह बधाई का पात्र है।

नीतीश ने नारी सशक्तीकरण पर जोर देते हुए कहा कि जीविका का गठन इसलिए किया गया, ताकि वे स्वावलंबी बन सकें। आज उनकी अपनी पहचान है। नौकरी में 35 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को दिया गया है। पूरे राज्य में दस लाख जीविका समूहों के गठन का लक्ष्य है। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड कमजोर वर्ग के छात्रों के लिए मददगार योजना है। रोजगार के लिए कुशल युवा, संवाद और व्यवहार कौशल योजना, इन तीनों को मिलाकर कौशल विकास योजना बनाई गई है। युवा इसका लाभ लें।

कृषि पर चर्चा करते हुए कहा कि पांच साल में कृषि रोड मैप में 1.54 लाख करोड़ की योजना का लक्ष्य है। जैविक और और सब्जी की खेती के लिए सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। उन्होंने लाव में पइन निर्माण की घोषणा की, यह लोगों की पुरानी मांग थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी में अवैध कमाई खूब हो रही है, उन्हें यह पता है। अब तंत्र विकसित किया जा रहा है। कहीं पता चले तो बस फोन कर दीजिए, दो घंटे में कार्रवाई होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संवाद कार्यक्रम में एक महिला ने ही दहेज और बाल विवाह पर रोक लगाने का सुझाव दिया था। बहुत अच्छा लगा और संकल्प ले लिया कि इसके विरुद्ध अभियान चलाएंगे। 21 जनवरी को इसके लिए मानव शृंखला बनाई जाएगी। बिहार में दहेज उत्पीडऩ और बाल विवाह में बिहार दूसरे नंबर पर है, इस कलंक को मिटाना है। दहेज वाली शादी में न जाएं, अपने आप यह खत्म हो जाएगा। इससे पहले कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, सांसद सुशील कुमार सिंह व हरि मांझी, विधायक अभय कुशवाहा आदि ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.