अंजना हत्याकांड में सीआइडी जांच शुरू, टीम ने एकत्र किए नमूने
अंजना हत्याकांड में सीआइडी व एफएसएल की टीम ने सोमवार को विभिन्न जगहों से साक्ष्य इकट्ठा किया। पुलिस ने लापता अंजना का शव बरामद करने के बाद इसे ऑनर किलिंग बताते हुए मामले का पटाक्षेप कर दिया था, पर पटवाय समाज के भारी विरोध के कारण इसकी नए सिरे से जांच शुरू की गई है।
गया : अंजना हत्याकांड में सीआइडी व एफएसएल की टीम ने सोमवार को विभिन्न जगहों से साक्ष्य इकट्ठा किया। पुलिस ने लापता अंजना का शव बरामद करने के बाद इसे ऑनर किलिंग बताते हुए मामले का पटाक्षेप कर दिया था, पर पटवाय समाज के भारी विरोध के कारण इसकी नए सिरे से जांच शुरू की गई है।
अधिकारी टीम के साथ मानपुर के पटवा टोली पीड़ित परिवार के यहां पहुंचे और मां व बहन से घटना की पूरी जानकारी ली। टीम अंजना के पिता के दोस्त लीला पटवा के घर भी पहुंची और यहां देर तक जांच-पड़ताल की। बेडरूम, दीवार, शौचालय सहित कई स्थलों से कई नमूने एकत्र किए गए। टीम ने बकसरिया में झाड़ी के पास से मिट्टी का नमूना लिया। यहीं से शव बरामद किया गया था।
सीआइडी की सीनियर डीएसपी ममता कल्याणी व अन्य अधिकारियों को परिजनों ने बताया कि अंजना 28 दिसंबर की संध्या घर से लापता हो गई थी। हर जगह खोजबीन की गई, पर वह नहीं मिली। इसके बाद चार जनवरी को थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। 6 जनवरी को बकसरिया टोला के समीप एक झाड़ी से अंजना का शव बरामद किया गया। उसकी निर्मम तरीके से हत्या की गई थी। 8 जनवरी को पुलिस ने उसके पिता तुराज पटवा, उनके दोस्त लीला पटवा और मां व बहन को हिरासत में ले लिया।
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जबरन बयान दिलवाने का आरोप
पीड़ित परिवार ने बताया कि डीएसपी वजीरगंज एवं अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने परिवार के सदस्यों की बेरहमी से पिटाई की और जबरन जुर्म कबूल करवाया। लड़की के पिता और मित्र को जेल भेज देने की धमकी दी गई थी। टीम ने सारे पक्षों का बयान लिया।
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पूर्व सीएम ने कहा, जांच पहले क्यों नहीं
संवाद सूत्र, मानपुर : पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी सोमवार को अंजना की मां व बहन से बात की। यहां सैकड़ों की संख्या में लोग जुटे थे। उन्होंने सवाल उठाया कि जो जांच आज हो रही है, वह पहले क्यों नहीं हुई। एक गरीब की बेटी की दस दिन पहले हत्या की गई थी, लेकिन रहस्य बरकरार है। असली हत्यारे फरार हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी पिता अपनी बेटी की इतनी बेरहमी से हत्या नहीं कर सकता। पुलिस ऑनर किलिंग का मामला बता पल्ला झाड़ रही है। वे इस मामले में उच्च अधिकारियों से बात करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने इस हत्याकांड की सीबीआइ जांच कराने की बुनकरों की मांग का समर्थन किया। साथ ही पीड़ित परिवार को आरोपित बनाने के मामले में वजीरगंज कैंप डीएसपी को अबिलंब निलंबित करने की मांग की। उनके साथ संजीव कुमार वर्मा, रामेश्वर प्रसाद यादव, हम पार्टी के जिलाध्यक्ष टुटू खां, दीना मांझी भी थे।
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सांसद ने की पीड़ित परिवार की मदद
संवाद सूत्र, मानपुर : जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद पप्पू यादव ने भी पीड़ित परिवार से मुलाकात की और पचीस हजार रुपये की आर्थिक मदद की। परिजनों ने सांसद को भी बताया कि वजीरगंज डीएसपी द्वारा बेरहमी से पिटाई की गई। सांसद ने दुर्गास्थान में आमसभा में कहा कि हत्या एवं दुष्कर्म की घटना काफी बढ़ गई है। अपराधियों का जमावड़ा लगा रहता है और पुलिस चुप रहती है। वे परिवार को न्याय दिलाएंगे। उन्होंने वजीरगंज डीएसपी पर कार्रवाई की मांग की।