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एएनएम पद पर काउंसिलिंग के लिए कई जिलों से रोहतास पहुंच गई थीं अभ्‍यर्थी, निकली थी फर्जी वैकेंसी

बिहार में फर्जी वैकेंसी का खेल करने वाला गैंग सक्रिय है। रोहतास में कई जिलों से एएनएम पद पर काउंसिलिंग के लिए कई जिलों से अभ्‍यर्थी पहुंची थीं। यहां आने पर उन्‍हें सच्‍चाई का पता चला। हालांकि पूर्व में ही इस बाबत एफआइआर कराई गई थी।

By Vyas ChandraEdited By: Published: Fri, 11 Jun 2021 02:05 PM (IST)Updated: Fri, 11 Jun 2021 02:05 PM (IST)
एएनएम पद पर काउंसिलिंग के लिए कई जिलों से रोहतास पहुंच गई थीं अभ्‍यर्थी, निकली थी फर्जी वैकेंसी
हंगामे की सूचना पर पहुंची नगर थाने की पुलिस। जागरण

सासाराम (रोहतास), जागरण संवाददाता।  इंटरनेट मीडिया पर स्वास्थ्य विभाग में नौकरी के लिए वायरल किए गए फर्जी विज्ञापन (Fake Advertisement for Appointment) के आधार पर शुक्रवार को जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय में एएनएम पद (ANM Post) के लिए काफी संख्या में अभ्यर्थी पहुंच गईं। राज्य के कई जिलों से पहुंची महिला अभ्यर्थियों को यहां आने पर पता चला कि किसी प्रकार की काउंसलिंग नहीं है। इसकी नोटिस देख उन्‍हें बैरंग लौटना पड़ा। एएनएम अभ्यर्थियों ने कार्यालय पर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए हंगामा भी किया।

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पुलिस को पहुंचकर करना पड़ा हस्‍तक्षेप 

अभ्यर्थियों का कहना था कि यदि नियुक्ति संबंधी कोई सूचना इंटरनेट मीडिया के माध्यम से वायरल हुई थी तो इसका खंडन विधिवत रूप से सूचना  विज्ञापन के तौर पर  अखबार में प्रकाशित  कराना चाहिए था। अभ्यर्थियों  का गुस्सा सातवें आसमान पर  होने के कारण मौके पर पहुंच  कर  नगर थाना  की पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस ने अभ्यर्थियों को समझा-बुझाकर  शांत कराया। कार्यालय पर  धरना पर बैठीं अभ्यर्थियों ने मौके पर सिविल सर्जन को बुलाने की मांग कर दी।

कई जिलों से पहुंच गई थीं अभ्‍यर्थी

राज्य के लखीसराय, गया, जहानाबाद  व  कैमूर जिला से पहुंची  महिला अभ्यर्थियों ने  बताया कि  इंटरनेट मीडिया के माध्यम से  उन्हें  90 पद पर  नियुक्ति होने की सूचना  मिली थी । उसके आलोक में  11 जून को जिला स्वास्थ्य समिति कार्यालय में काउंसिलिंग की सूचना दी गई थी। इंटरनेट मीडिया पर स्वास्थ्य विभाग में फर्जी नियुक्ति के संबंध में वायरल किए गए मैसेज मामले में सीएस डॉक्टर सुधीर कुमार ने नगर थाना में अज्ञात लोगों के खिलाफ पांच दिन पहले प्राथमिकी दर्ज कराई थी। सिविल सर्जन ने वायरल किए गए विज्ञापन पत्र में किए गए हस्ताक्षर को जाली बताया था। प्राथमिकी में कहा गया था कि किसी माफिया तत्वों ने नियुक्ति के संबंध में विज्ञापन वायरल कर नौकरी दिलाने के नाम पर अभ्यर्थियों से पैसा ऐंठने की मंशा से यह कवायद की है। नियुक्ति के संबंध में वायरल किए गए मैसेज में विशेषज्ञ डॉक्टर ,आयुष चिकित्सक, नर्स, फार्मासिस्ट ,ऑपरेटर समेत अन्य पदों के लिए स्वास्थ समिति की ओर से सूचना दी गई थी।

ऊंचे वेतनमान पर नियुक्ति की निकली थी वैकेंसी 

राज्‍य स्वास्थ्य समिति रोहतास के नाम पर एक पत्र वायरल किया गया था जिसमें कोविड-19 संक्रमण से रोकथाम व बचाव के लिए विभिन्न पदों पर स्थाई रूप से ऊंचे वेतनमान पर नियुक्ति की अधिसूचना दिखाई गई थी। जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सक के 3 पद ,सामान्य चिकित्सक के दो पद ,आयुष चिकित्सक के 4 पद, फार्मासिस्ट के 5 पद, डाटा एंट्री ऑपरेटर के 20 पद, मल्टी परपस हेल्पर के 5 पद, अटेंडेंट के 15 पद, प्रयोगशाला विशेषज्ञ के 18 पद और नर्स के 90 पद की बहाली दर्शाई गई थी।


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