गया को अब गयाजी ही कहें : जीतनराम मांझी
गया। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि गया को अब गयाजी ही कहें। देश-विदेश में लोग गयाजी ही कहते हैं लेकिन हम लोग नहीं कहते है जो की गलत है। उक्त बातें बुधवार को शहर के डेल्हा स्थित हिडले मैदान में आयोजित गयाजी महोत्सव के उद्घाटन के दौरान कही।
गया। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि गया को अब गयाजी ही कहें। देश-विदेश में लोग गयाजी ही कहते हैं लेकिन हम लोग नहीं कहते है जो की गलत है। उक्त बातें बुधवार को शहर के डेल्हा स्थित हिडले मैदान में आयोजित गयाजी महोत्सव के उद्घाटन के दौरान कही। उन्होंने कहा कि नगर निगम काफी अच्छा काम कर रहा है। शहर के लोगों को थोड़ी सी सहयोग का जरूरत है। जिससे नगर निगम और बेहतर काम कर सके। कचरे को सड़क पर नहीं फेंकें। कचरा का हमेशा डस्टबिन में रखने काम शहर के लोग करें। तभी शहर सुंदर और स्वच्छ होगा। शहर के लोग काफी अच्छे है। सभी के सहयोग ही तो शहर स्वच्छता के मामले में प्रदेश में प्रथम स्थान रहा। अगर आपलोग थोड़ा नगर निगम को सहयोग कर देंगे तो प्रदेश में क्या देश में सफाई की मामले शहर प्रथम स्थान पर आ सकता है। उन्होंने कहा कि गया में गंगा का पानी आ रहा है। इससे तीर्थयात्रियों के साथ काफी संख्या में पर्यटक आएंगे। इससे रोजगार का अवसर मिलेगा। आपलोगों के सहयोग से ही पितृपक्ष मेला का आयोजन किया जाता है। मेला में शहर के लोगों को भरपूर सहयोग मिलता है। उन्होंने कहा के नगर निगम के जनप्रतिनिधियों एवं पदाधिकारियों के सहयोग से गया को गयाजी नाम कर दिया गया है। जो काफी सराहनीय काम है। वहीं मेयर वीरेंद्र कुमार ने कहा कि गयाजी महोत्सव का आयोजन प्रत्येक वर्ष किया जाएगा। जिस तरह तपोवन महोत्सव, राजगीर महोत्सव का आयोजन होता है उसी तरह गयाजी महोत्सव का भी आयोजन होगा। वहीं डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि दो साल कोरोनाकाल रहने के कारण शहर के कोई बड़ा आयोजन नहीं हुआ। लेकिन गयाजी महोत्सव का आयोजन सबसे बड़ा आयोजन है। गयाजी महोत्सव का आयोजन प्रत्येक वर्ष होगा। आयोजन के लिए ही गयाजी विकास समिति का गठन किया गया है। महोत्सव का उद्घाटन दीप जलाकर किया गया। मौके पर विधान पार्षद संजीव श्याम सिंह, नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा, डा. नंदकिशोर गुप्ता, शिवकैलाश डालमिया आदि मौजूद थे।