Move to Jagran APP

गया के बाराचट्टी में धरधरी पइन पर नहीं बना पुल, पानी बढ़ने पर गांव-घर में कैद हो जाते हैं

गया के डोभी-बाराचट्टी प्रखंड को जोड़ने वाली नावाडीह-गोसबान सड़क के बीच में धरधरी पइन पर अब तक पुल का निर्माण नहीं कराया गया है। इस कारण पानी बढ़ने पर दोनों तरफ के लोगों का आवागमन ठप हो जाता है।

By Bihar News NetworkEdited By: Published: Tue, 03 Nov 2020 03:16 PM (IST)Updated: Tue, 03 Nov 2020 03:16 PM (IST)
गया के बाराचट्टी में धरधरी पइन पर नहीं बना पुल, पानी बढ़ने पर गांव-घर में कैद हो जाते हैं
गुनाडीह और गोसबान पथ में गुनाडीह के निकट धरधरी पइन पर पुल का निर्माण आज तक नहीं हो सका है।

जेएनएन, गया। बाराचट्टी और डोभी प्रखंड को जोड़ने वाली गुनाडीह और गोसबान पथ में गुनाडीह के निकट धरधरी पइन पर पुल का निर्माण आज तक नहीं हो सका है। पुल का निर्माण हो जाने के बाद डोभी और बाराचट्टी प्रखंड के लोगों के बड़ी राहत होगी। 

loksabha election banner

पइन में पहाडियों से ज्यादा पानी आने पर इससे प्रभावित गांव के लोग इस पार और उस पार ही रुके रह जाते हैं। पानी का बहाव काफी तेज गति से होता है। इस कारण कई बार हादसे की आशंका भी बन जाती है। कई बार लोग बहने से बचे भी हैं। गोसबान की पार्वती देवी कहती हैं कि नदी पर पुल बन जाता तो हम लोगों के लिए काफी राहत होती। ऐसे गर्मी के मौसम में दिक्कत नहीं होती लेकिन बरसात में बहुत परेशानी उठानी पड़ती है। राजेश यादव बताते हैं कि पइन में जब ज्यादा पानी आता है उस वक्त उसे पार नहीं कर सकते हैं। क्योंकि पानी काफी तेज रफ्तार से ऊपर पहाड़ियों से आता है। प्रखंड मुख्यालय से संपर्क भी टूट जाता है। जितना दिन ज्यादा पानी आता रहा उतना दिन हम लोग अपने घर - गांव में ही कैद हो जाते हैं। बरसात के दिनों में एक रास्ता कुरमावां होकर है परंतु उस रास्ते से बाजार एवं बाराचट्टी प्रखंड मुख्यालय या धनगांई थाना बहुत दूर पड़ता है। लेकिन लाचारी होती है। इसलिए बरसात हमलोग कुरमांवा रास्ते का उपयोग में लाते हैं।

धरधरी पइन में आया पानी को किसान खेती में करते हैं उपयोग

धरधरी पइन में अभी भी पानी पहाड़ के तरफ आ रहा है परंतु इसका कोई उपयोग किसान नही कर रहे हैं। पुल का निर्माण कर दोनों पइन के बीच अगर मजबूत दीवार बना दी जाए तो पानी का जमाव और लोगों आने जाने मे सुविधा उपलब्ध हो सकती है और डोभी-बाराचट्टी प्रखंड के दर्जनों गांव में गेहूं की खेती की फसल अच्छी हो सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.