बस संचालकों की मनमानी पर लगा ब्रेक, राेहतास में अधिक किराया वसूलने पर होगी कड़ी कार्रवाई
डीएम धर्मेंद्र कुमार के निर्देश पर प्रभारी जिला परिवहन पदाधिकारी प्रवीण चंदन के नेतृत्व में लगातार कई रूटों पर यात्री वाहनों की जांच की गई। कई रूटों पर अधिक किराया लिए जाने की बात सही पाई गई। बस संचालकों को निर्धारित से अधिक किराया लेने पर कार्रवाई की चेतावनी दी।
सासाराम : रोहतास, जागरण संवाददाता। दैनिक जागरण द्वारा यात्री वाहनों के द्वारा मनमाना किराया वसूलने पर चलाए जा रहे अभियान का असर दिखने लगा है। जिला प्रशासन ने इसपर संज्ञान लेते हुए बस संचालकों को हर हाल में निर्धारित किराया ही लेने का निर्देश दिया है। डीएम धर्मेंद्र कुमार के निर्देश पर प्रभारी जिला परिवहन पदाधिकारी प्रवीण चंदन के नेतृत्व में लगातार कई रूटों पर यात्री वाहनों की जांच की गई। कुछ रूटों पर अधिक किराया लिए जाने की बात सही पाए जाने पर बस संचालकों को आगे से निर्धारित किराया से अधिक लेने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई। जिसके बाद बुधवार से यात्रियों से सामान्य किराया लिया जा रहा है।
परिवहन पदाधिकारी ने बताया कि स्थानीय बस पड़ाव से पटना का निर्धारित किराया 180 रुपये है जबकि संचालकों द्वारा 200 रुपये लिए जाने, सासाराम से बक्सर का किराया 110 रुपये के बदले 140 रुपये वसूला जा रहा था। इन रूटों के बस संचालकों को हिदायत दे दी गई है। वहीं सासाराम से मोहनियां का 60 रुपये किराया निर्धारित है लेकिन वहां के लिए 80 रुपये लिया जा रहा था। सासाराम से गया के लिए 180 रुपये किराया निर्धारित होने के बाद भी यात्रियों से दो सौ रुपये वसूला जा रहा था। उसी प्रकार डेहरी , तिलौथू,रोहतास ,नौहट्टा ,बिक्रमगंज ,नोखा ,दिनारा के किराए में भी अघोषित वृद्धि कर दी गई थी। कहा कि ततकाल प्रभाव से प्रशासन द्वारा निर्धारित किराया अब सभी बस संचालक लेने की बात कहे हैं।
बस संचालकों का है अपना रोना
परिवहन संघ के सदस्य अमर नाथ तिवारी ने बताया कि डीजल के साथ साथ अन्य स्पेयर पार्टस की भी कीमतों में लगातार वृद्धि हुई है। डीजल 50 रुपये से बढ़कर 93 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया है। जहां बस का एक टायर पहले 26 हजार रुपये में मिलता था अब उसकी कीमत 45 हजार रुपये हो गई है। स्पेयर पार्ट्स के दामों में भी तीस से चालीस फीसद की बढ़ोतरी हुई है। इसके अतिरिक्त बस के परमिट का शुल्क 21 हजार रुपये से बढ़ कर 95 हजार रुपये हो गया है। सालाना इंश्योरेंस 65 हजार से बढ़कर एक लाख 15 हजार हो गया है। इसके अतिरिक्त फिटनेस तथा अन्य करों में भी खासी बढ़ोतरी हुई है। लेकिन किराया अभी भी दो साल पहले का ही चल रहा है। कहा कि हम सभी सरकार के निर्णय का स्वागत करते हैं लेकिन प्रशासन नए सिरे से केरिाया का निर्धारण करे ।
कहते हैं अधिकारी :
रोहतास डीटीओ प्रवीण चंदन का कहना है कि संचालकों द्वारा मनमाना किराया वसूले जाने की खबर पर संज्ञान लेते हुए सासाराम -कोचस समेत कई अन्य मार्गों पर जांच अभियान चलाया गया। जांच के दौरान कुछ मार्गों पर अधिक किराया वसूलने की शिकायत सही पाई गयी। इसके बाद तत्काल परिवहन संघ के साथ बैठक कर यात्रियों से निर्धारित किराया वसूलने का निर्देश दिया गया। इस दौरान ट्रांसपोर्टरों ने किराये के अघोषित वृद्धि के संदर्भ में अपनी कुछ समस्यात्मक मांग रखी है। जिसपर भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है। सभी संचालकों ने सरकार द्वारा निर्धारित किराया वसूलने पर ही अपनी सहमति जताई है।
कहते हैं लोग :
भोला यादव का कहना है कि पहले बक्सर के लिए 140 रुपये किराया लगता था। आज बस कंडक्टर ने 110 रुपये ही किरायालिया है। जिससे काफी संतोष हुआ। बक्सर से सासाराम के एक बार की यात्रा में अब 30 रुपये की बचत हुई।
रवि दुबे ने कहा कि दो दिन पहले तक कोचस जाने का 70 रुपये लगता था। लेकिन अब 50 रुपये ही लगा है। किराया बढ़ जाने से यात्रियों को काफी असुविधा होती है। जेब पर अतिरिक्त बोझ काफी नुकसानदायक होता है। दैनिक जागरण के कारण किराया कम हुआ है।
रूट किराया पहले किराया अब
सासाराम से पटना : 200 180
सासाराम से आरा : 160 140
सासाराम से बक्सर : 140 110
सासाराम से कोचस : 70 50
सासाराम से करगहर : 40 30
सासाराम से गया : 200 180
सासाराम से टाटा : 600 500
सासाराम से रांची : 500 400
सासाराम से हजारीबाग : 450 350
सासाराम से बिक्रमगंज : 70 50
सासाराम से नोखा : 50 30
सासाराम से दिनारा : 70 50
सासाराम से नौहट्टा 120 95