जिले की सबसे हॉट हिसुआ सीट पर भाजपा-कांग्रेस में कड़ी टक्कर
उम्मीदवार और समर्थकों की बढ़ी बेचैनी। संसू अकबरपुर जिले की सबसे हॉट सीट बना हिसुआ
उम्मीदवार और समर्थकों की बढ़ी बेचैनी
गया। सबसे हॉट सीट बना नवादा जिले की हिसुआ विस क्षेत्र जहां भाजपा- कांग्रेस के समर्थकों में बेचैनी बढ़ती जा रही है। जो परिणाम आने तक बना रहेगा। हिसुआ सीट से लगातार तीन बार विधायक रहे भाजपा के अनिल सिंह चौथी बार किस्मत आजमा रहे है। वहीं दो बार से हार का सामना कर रही पूर्व मंत्री स्व. आदित्य सिंह की बड़ी पुत्रवधु नीतू सिंह इस बार कांग्रेस की टिकट पर तीसरी बार चुनाव मैदान में उतरी हैं। आमने-सामने के मुकाबले में अनिल सिंह को कड़ी टक्कर दी है।
मतगणना से पहले लोगों में जीत-हार को लेकर आकलन जारी है :
अकबरपुर चौक-चौराहों से लेकर गांव के चौपाल तक दोनों पक्ष के नेता कार्यकर्ता अपनी-अपनी जीत के आंकड़े को लेकर दावा कर रहे हैं। बा•ार में पान की गुमटी से लेकर चाय दुकान व ग्रामीण क्षेत्रों के चौपाल आदि पर चुनावी सर्वे में लोग जूटे हैं। ऐसे जगहों पर दो-चार लोगों के जुटते ही जात, समुदाय, वर्ग भेद आदि के आधार पर चुनावी सर्वेक्षण शुरू हो जाता है। वहीं प्रबुद्ध लोगों द्वारा भी मतगणना से पहले चुनाव के दौरान किस प्रत्याशी के पक्ष में कौन सा फैक्टर काम आया तथा मतदाताओं की गोलबंदी करने में कौन प्रत्याशी सफल रहे इसकी समीक्षा की जा रही है।
हिसुआ विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला बनाने के लिए राजपा से अनिल शर्मा ने चुनाव-प्रचार में कड़ी मेहनत की लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा-कांग्रेस में ही है। प्रखंड के सवर्ण, यादव और मुस्लिम बहुल इलाकों में मतदान प्रतिशत पिछली बार से कम रहा। उदाहरण स्वरूप सवर्ण बहुल इलाका कुलना गांव के बूथ पर पिछली बार जहां लगभग 1800 वोट पड़े थे वहीं इस बार मात्र 842 वोट ही पड़े। इसी तरह मुस्लिम बहुल अकबरपुर मुस्लिम टोला के बूथ पर पिछली बार जहां लगभग 1800 से पड़े थे वहीं इस बार मात्र 1300 ही वोट पड़े। जिसके कारण दोनों उम्मीदवारों के समर्थक जीत का पुख्ता दावा करने से कतरा रहे है। समर्थकों का कहना की अन्य चुनावों के अपेक्षा इस बार साइलेंट वोट काफी संख्या में है। जिसकी भूमिका परिणाम के दिन दिखेगा।
---------------- वोट का आकलन करने के लिए घूम रहे हैं उम्मीदवार
-प्रखंड क्षेत्र में अलग-अलग ढंग से जीत-हार का आकलन किया जा रहा है। इस दौरान प्रत्याशियों की धड़कनें भी बढ़ रही हैं। मतगणना से पहले उम्मीदवार क्षेत्र में दौरा करके नेता और पार्टी कार्यकर्ताओं से मिल रहे है। मतदान का आकलन लेने के लिए किस बूथ पर कितना मतदान हुआ है और कितना वोट मिलने की संभावना है। जिन बूथों पर उम्मीदवार को ज्यादा वोट मिलने की उम्मीद थी, लेकिन वैसे बूथों पर कम वोट मिलने की सूचना के बाद प्रत्याशी और समर्थकों की बेचैनी बढ़ गई है। मतों का जोड़ - घटाव करने में व्यस्त है।
--------------- अपने-अपने तर्क देकर जीत-हार का आकलन
- दोनों उम्मीदवार के कार्यकर्ताओं के अपने-अपने तर्क हैं। जहां कांग्रेस के कार्यकर्ता बताते है कि नीतीश सरकार एवं बेरोजगारी के खिलाफ इस बार सभी जाति के युवाओं ने तेजस्वी के चेहरे पर नीतू सिंह के पक्ष में मतदान किया है। वहीं भाजपा के कार्यकर्ता कहते हैं कि विधायक ने अपने कार्यकाल में केंद्र और राज्य के योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में अग्रसर रहे। विधायक अपने 15 साल के कार्यकाल में अपराध और भय मुक्त वातावरण का निर्माण करते हुए जिले में सबसे अधिक विकास के कार्य किए है। जिसके कारण प्रखंड के मतदाता भाजपा के पक्ष में मतदान किए हैं। बहरहाल ,कार्यकर्ता जो भी कहें पर इस बार साइलेंट वोट की भूमिका अहम रहेगी।
------------------ दोनों के बीच यहां कांटे की टक्कर
-प्रखंड क्षेत्र के प्रबुद्धजनों से मिल रही जानकारियों के अनुसार हिसुआ विधानसभा में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। इस बार प्रखंड क्षेत्र में अनिल सिंह मतदान से पूर्व नाराज चल रहे सवर्ण वोटरों को साधने में कामयाब रहे, वहीं महागठबंधन वोटरों में भी सेंधमारी की। इसके साथ ही साथ दलित-महादलित और ओबीसी के वोट भी लेने में कामयाब रहे। वहीं बाजार के वोटर बताते है कि शुरू से अनिल सिंह से नाराज थे पर मतदान के समय में भाजपा को ही वोट दे दिया। लेकिन नीतू सिंह बाजार के वोटर में सेंधमारी कर लगभग 20 प्रतिशत वोट लेने में कामयाब दिख रही हैं। माय समीकरण का वोट कांग्रेस को मिला है। बुधुआ, पांती, बकसंडा, फतेहपुर, पचरुखी, फरहा आदि पंचायतों में कांग्रेस के साथ भाजपा को भी वोट मिले हैं।