Bihar Panchayat Chunav 2021: गया में नामांकन करने पहुंचे बुलेट बाबा, लग गई लोगों की भीड़
प्रखंड के चर्चित लाव पंचायत के मुखिया आशुतोष कुमार मिश्र उर्फ बुलेट बाबा ने पेरोल पर पुलिस अभिरक्षा में आकर प्रखंंड कार्यालय में पुनः मुखिया पद के लिए गुरुवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। कड़ी सुरक्षा में मुखिया प्रत्याशी मिश्र को नामांकन केंद्र प्रखण्ड कार्यालय तक लाया गया।
टिकारी (गया), संवाद सूत्र। Bihar Panchayat Chunav: प्रखंड के चर्चित लाव पंचायत के मुखिया आशुतोष कुमार मिश्र उर्फ बुलेट बाबा ने पेरोल पर पुलिस अभिरक्षा में आकर प्रखंंड कार्यालय में पुनः मुखिया पद के लिए गुरुवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। मारपीट के एक मामले में न्यायालय में आत्मसमर्पण के बाद केंद्रीय कारागार गया में बंद लाव पंचायत के निवर्तमान मुखिया आशुतोष कुमार मिश्र के आने की सूचना पर स्थानीय पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। कड़ी सुरक्षा में मुखिया प्रत्याशी मिश्र को नामांकन केंद्र प्रखण्ड कार्यालय तक लाया गया। जहां आरओ वेद प्रकाश और एआरओ अभिषेक हर्षवर्धन की मौजूदगी में नियमों का पालन करते हुए मुखिया प्रत्याशी मिश्र ने अपनी उम्मीदवारी का पर्चा दाखिल किया।
मारपीट के झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप
नामांकन कक्ष में मुखिया के साथ उनके प्रस्तावक मंजय कुमार और सुरक्षा के लिए प्रतिनियुक्त पुलिस अधिकारी और जवान मौजूद थे। पुलिस बल के जवानों ने सर्मथकों के बीच से किसी तरह मुखिया प्रत्याशी मिश्र को वाहन तक लाये और पुलिस अभिरक्षा में पुनः केंद्रीय कारागार गया लेकर चले गए।नामांकन के पश्चात कार्यालय से बाहर निकले मुखिया प्रत्याशी मिश्र ने मीडियाकर्मियों के सवालों का जबाब देते हुए कहा कि मुझे एक सोची-समझी राजनीतिक साजिश के तहत कथित मारपीट के एक झूठे मामले में फंसाया गया है। न्यायालय और पंचायत की जनता दोनों पर अटूट विश्वास है। पुलिस अभिरक्षा में लाये गए केंद्रीय कारा के एक अन्य विचाराधीन बंदी कुरकुट विगहा के कमलेश यादव ने भी मउ पंचायत से मुखिया पद के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
निर्वाची पदाधिकारी ने 24 घंटे में मांगा स्पष्टीकरण
गुरारू प्रखंड में चल रहे नामांकन के कार्य में अपने ड्यूटी से गायब रहकर लापरवाही बरतने वाले विभिन्न कोषांग में प्रतिनियुक्त तीन कर्मियों का प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ राजदेव कुमार रजक ने तत्काल प्रभाव से वेतन बंद करते हुए 24 घंटे में स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने बताया है कि विभिन्न कोषांग में प्रतिनियुक्त मनरेगा के लेखापाल आशीष कुमार, ग्रामीण आवास सहायक देवेंद्र कुमार, पंचायत रोजगार सेवक धनेश्वर कुमार से स्पष्टीकरण की मांग की गई है। उक्त लोगों ने चुनाव ड्यूटी में लापरवाही बरत कर अनुशासनहीनता का प्रदर्शन किया है। इससे महत्वपूर्ण निर्वाचन का कार्य प्रभावित हुआ है।