Bihar Covid Vaccination: सेकेंड डोज से वंचित घरों में बनेंगे चकोर, गया में स्वास्थ्य कर्मी करेंगे चिह्नित
जिले में अनेकों ऐसे परिवार हैं जिन्होंने टीके का पहला डोज तो लिया। लेकिन दूसरा डोज लेने के लिए नहीं आ रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य महकमा ने ऐसे सभी लोगों को चिह्नित करने का निर्णय लिया है। इनके लिए विशेष कैंप लगाए जाएंगे।
गया, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी से बचाव के लिए टीका का दोनों डोज लेना जरूरी है। जिले में अनेकों ऐसे परिवार हैं जिन्होंने टीके का पहला डोज तो लिया। लेकिन दूसरा डोज लेने के लिए नहीं आ रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य महकमा ने ऐसे सभी लोगों को चिह्नित करने का निर्णय लिया है। ताकि उन्हें विशेष कैंप के जरिए उनका दूसरा टीकाकरण भी किया जा सके। 26 सितंबर से पल्स पोलियो टीकाकरण शुरू हो रहा है। इस दौरान आशा, एएनएम व अन्य स्वास्थ्य कर्मी घर-घर पहुंचकर पांच साल तक के बच्चों को पोलियो की दो बुंद खुराक पिलाएंगे। इसी दौरान सेकेंड डोज से वंचित सदस्यों की पहचान कर उनके घर की दिवाल पर चकोर बनाया जाएगा। यह एक सांकेतिक चिह्न होगी। इसके जरिए दूसरा डोज लेने से वंचित लोग टीका लगवा सकेंगे।
कर्मियों को दिया जाएगा टैलीशीट प्रपत्र
पल्स पोलियो से जुडऩे वाले कर्मियों को एक खास तरह का टैलीशीट प्रपत्र दिया जाएगा। जिसमें इस तरह का चकोर बनाकर रिपोर्ट करना है। रिपोर्ट में संबंधित व्यक्ति से जुड़ी सभी जानकारी दर्ज होगी। इस बारे में जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ने बताया कि सेकेंड डोज से वंचित लोगों के लिए यह एक तरह से सर्वे कार्यक्रम रहेगा। इसके जरिए यह पता लगाया जाएगा कि कौन-कौन से लोगों ने किस इलाके में अब तक सेकेंड डोज का टीका नहीं लिया है।
जिले में टीकाकरण की स्थिति
अब तक कुल टीकाकरण- 20 लाख 61 हजार 10
पहला डोज- 16 लाख 61 हजार 643
दूसरा डोज- 3 लाख 99 हजार 367