Bhabhua Crime: रामगढ में विद्यालय से चार वर्षीय छात्रा का अपहरण, उपस्थिति बनाने के दौरान गायब होने की मिली जानकारी
सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय से चार वर्ष की बच्ची के अपहरण करने का मामला प्रकाश में आया है। गुरुवार को वर्ग शुरू होने से पहले अटेंडेंस के समय वर्ग कक्ष से बच्ची को लेकर गायब होने की सूचना मिली। घटना से पुलिस प्रशासन की नींद उड़ गई है।
संवाद सूत्र, रामगढ़: जिले के रामगढ़ बाजार में स्थित सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय से चार वर्ष की बच्ची के अपहरण करने का मामला प्रकाश में आया है। गुरुवार को वर्ग शुरू होने से पहले वर्ग कक्ष से बच्ची को लेकर गायब होने की घटना से पुलिस प्रशासन की नींद उड़ गई है। घटना गुरुवार की सुबह 9:15 बजे की बताई जाती है। उक्त बच्ची रामगढ़ के नंदु सिंह की पुत्री गोल्डी कुमारी बताई जाती है। जो अरुण वर्ग की छात्रा बताई जाती है।
इस घटना की सूचना मिलते ही एसपी राकेश कुमार, डीएसपी फैज अहमद, थानाध्यक्ष राम कल्याण यादव दल बल के साथ विद्यालय पहुंचे। बच्ची को विद्यालय कैंपस से गायब होने की जांच पड़ताल शुरू हुई। जांच के क्रम में अरुण वर्ग के सभी बच्चों से भी बच्ची गोल्डी के कक्षा में मौजूद होने की जानकारी पुलिस ने ली। वर्ग शिक्षक से लेकर विद्यालय के प्रधानाचार्य व प्रबंधन के अलावा सभी शिक्षकों से भी जानकारी ली गई।
बच्ची के पिता नंदू सिंह व माता रागिनी कुमारी से भी इस दौरान कई बार पूछताछ हुई। एसपी राकेश कुमार ने बताया कि इसके अलावा पुलिस मोबाइल लोकेशन के जरिए गायब बच्ची तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। जल्द ही विद्यालय से गायब बच्ची बरामद होगी। इसके लिए सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। जिसमें एक संदिग्ध व्यक्ति बच्ची का हाथ पकड़कर मोबाइल से बात करते हुए निकलता दिखाई दे रहा है। जिसको लेकर पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है। बच्ची की सकुशल बरामदगी को लेकर पुलिस प्रयास कर रही है।
बताया जाता है कि बाजार निवासी नंदू सिंह का मकान थाना से कुछ ही दूर पर दक्षिण में स्थित है। नंदू सिंह के पिता मोहन सिंह के नाम से संचालित लकड़ी टाल की मशहूर दुकान है। यहां से प्रतिदिन की भांति उनकी एक मात्र पुत्री स्कूली वाहन से बच्चों के साथ सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय पहुंची। पहली खेप में इन बच्चों को ले जाकर चालक स्कूल के पास छोड़कर दूसरी खेप में बच्चों को लाने गाड़ी लेकर निकल गया। इस दौरान अन्य मार्ग से भी बच्चे गाड़ी से आने लगे।
उस वक्त उक्त बच्ची गोल्डी क्लास रूम में पहुंच गई थी। जब क्लास में वर्ग शिक्षक बच्चों का अटेंडेंस लेना शुरू किए तो उक्त बच्ची अनुपस्थित मिली। जबकि उसका बैग वहां पड़ा था। कुछ देर बाद शिक्षक ने प्रधान शिक्षक को इसकी जानकारी दी। प्रधानाचार्य ने परिजनों से बच्ची के बारे में पूछा। यह बात सुनते ही माता-पिता के होश उड़ गए। धीरे-धीरे बच्ची के विद्यालय से गायब होने की बात आग की तरह फैल गई। इंटरनेट मीडिया से लेकर ध्वनि विस्तारक यंत्र से बच्ची के गायब होने की सूचना बाहर होने लगी।
बताया जाता है कि विद्यालय में बच्चों के आने जाने के सिलसिला का लाभ उठाकर कोई संदिग्ध व्यक्ति इस कक्षा में पहुंचा। बच्ची का उंगली पकड़ बाहर निकल गया। जो प्रथम दृष्टया जांच में भी सामने आया है। बच्चा चोर गिरोह की घटना से पुलिस इंकार नहीं कर रही है। इस घटना के पीछे राज चाहे जो भी हो बच्चों को विद्यालय भेजने वाले अभिभावक सकते में आ गए हैं। इस संबंध में एसपी राकेश कुमार ने बताया कि पुलिस इस घटना की प्राथमिकी करा कर गायब बच्ची की सकुशल बरामदगी को लेकर प्रयास कर रही है।