बैंक बंद रहने से पांच सौ करोड़ का कारोबार प्रभावित
- फोटो -बैंककर्मियों ने 12 सूत्री मांगों को लेकर एसबीआइ और पीएनबी के मंडल कार्यालय पर किया धरना-प्रदर्शन -मांगों को लेकर बैंककर्मियों ने शहर में निकाला जुलूस - शहर में अधिकतर एटीएम में नहीं थे पैसे ग्राहक दिनभर रहे परेशान ------------ जागरण संवाददाता गया
गया । केंद्रीय ट्रेड यूनियन के आह्वान पर बैंककर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर बुधवार को हड़ताल की। जिले के सभी बैंकों में ताले लटके रहे। बैक बंद रहने से पांच सौ करोड़ के कारोबार पर असर पड़ा। बैंक बंद रहने से ग्राहकों को पैसे की लेनदेन में काफी परेशानी हुई। हड़ताल को लेकर बैंककर्मियों द्वारा मंडल कार्यालय के समक्ष युनाइटेड कोरम ऑफ बैंक यूनियन एवं बीपीबीईए के बैनर तले धरना दिया गया। बैंककर्मियों ने 12 सूत्री मांगों को लेकर भारतीय स्टेट बैंक एवं पंजाब नेशनल बैंक के मंडल कार्यालय पर धरना और प्रदर्शन किया। शहर में बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, इलाहाबाद बैक, बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सहित कई बैंकों पर ताले लटकते रहे। बैंककर्मियों ने शहर में जुलूस निकाला। अपनी एकजुटता दिखाते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
पीएनबी के एलडीएम रवि प्रकाश पोद्दार ने कहा कि बैंक बंद रहने से जिले में करीब पांच सौ करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ। जिले में सभी बैंक बंद रहे। उन्होंने कहा कि बैंककर्मियों की प्रमुख मांग वेतनवृद्धि समझौता को लागू करना है।
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सुबह ही बैंकों के दरवाजे पर
लटका दिए थे हड़ताल के बैनर
हड़ताल को लेकर बैंककर्मी सुबह से ही अपने-अपने बैंकों की शाखा के पास जुटने लगे थे। मुख्य दरवाजे पर हड़ताल का बैनर टांग दिया गया था। दिन के 11 बजे तक सभी बैंक शाखाओं में कर्मियों की एकजुटता दिखनी लगी। कर्मियों ने मुख्य गेट को बंद कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस बीच, बैंक में अपने जरूरी काम के निपटारे के लिए पहुंचे लोगों को लौटना पड़ा।
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दिनभर हलकान रहे ग्राहक
बैंकों में एक दिन की हड़ताल का सबसे ज्यादा असर आम ग्राहकों पर पड़ा। लोग अपने-अपने काम से बैंक पहुंच रहे थे। हड़ताल के बीच तालाबंदी पाकर वह निराश होकर लौट गए। अनेक ग्राहकों ने कहा कि उन्हें जरूरी काम से रुपये निकालने थे। हड़ताल के कारण रुपये नहीं मिले। अधिकांश बैंकों के ग्राहक हलकान दिखे। रुपयों की लेनदेन को लेकर ग्राहक इधर-उधर भटकते रहे।
बैंक ग्राहक मो.जहीर आलम ने कहा कि रुपये की निकासी को लेकर भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा में आया था। लेकिन बैंक बंद रहने के कारण घर लौट रहा हूं। घर का राशन लेना था। रसलपुर के राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि परिवार का इलाज कराने के लिए रुपये निकालने पहुंचा था। बंद की जानकारी नहीं थी। बेवजह में परेशान होना पड़ा। आनंद किशोर ने कहा कि बैंक बंद रहने से परेशानी हो रही है। सभी सामग्री की खरीदारी तो कैशलेश हो नहीं सकती। रंजीत कुमार ने कहा कि महीना-दो महीना पर हमेशा बैंक हड़ताल के कारण बंद रहता है। सरकार को ग्राहकों की सुविधा का ख्याल रखना चाहिए।
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अधिकतर एटीएम
के गिरे रहे शटर
हड़ताल को लेकर शहर में आधे से अधिक एटीएम में पैसे नहीं थे। ग्राहक मनोरंजन कुमार ने कहा कि शहर में कई एटीएम पर गया लेकिन पैसे नहीं निकाल पाए। अधिकतर एटीएम के शटर गिरे रहे। नई गोदाम में एसबीआइ का दोनों एटीएम खुला था पर उनमें पैसे नहीं थे। यही हाल किरानी घाट, टावर चौक, रिभर साइड रोड, आशा सिंह मोड सहित कई स्थानों पर देखा गया। पीएनबी, आइसीआइसीआइ, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया सहित कई बैंकों का एटीएम का यही हाल था।
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हड़ताल को सफल बनाने अनेक
संगठन के नेता सड़क पर उतरे
देशव्यापी हड़ताल के समर्थन में जिले के अनेक संगठनों के नेता सड़क पर उतरे। ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन ऐक्टू के सदस्यों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। ऐक्टू के बैनर तले जुलूस निकला गया, जिसका नेतृत्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम लाल प्रसाद ने किया। उन्होंने कहा कि 12 सूत्री मांगों को लेकर कर्मचारी एवं असंगठित क्षेत्र के मजदूर हड़ताल पर हैं। जुलूस में जिला सचिव जिया लाल प्रसाद, रीता वर्णवाल, दिनेश प्रसाद सिन्हा, शंभू राम, इंद्रदेव प्रसाद आदि शामिल थे। वहीं, बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन हड़ताल को समर्थन किया है। समर्थन में शहर में जुलूस निकाला गया, जिसमें अध्यक्ष राजजन्म विंद, आनंद कुमार आदि शामिल थे। बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ ने हड़ताल को लेकर कोषाध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद की देखरेख में शहर में जुलूस निकला गया। रसोइयों को सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग उनके नेता व सदस्य कर रहे थे।
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पैकेजिंग
फोटो: 203
बैंककर्मियों ने दिखाई एकजुटता -मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ बैंकों में रही हड़ताल
-हड़ताल पर रहे कर्मियों ने घूम-घूम कर सभी शाखाओं को बंद कराया
जागरण संवाददाता, गया : केंद्रीय ट्रेड यूनियन, मजदूरों व अलग-अलग कर्मचारियों की यूनियन की हड़ताल का असर बुधवार को गया जिले में हर तरफ दिखाई पड़ा। हड़ताल में काम बंद को सफल बनाने के लिए जगह-जगह कर्मी एकजुट दिखे। पंजाब नेशनल बैंक गया मंडल के एआई बीओए के सचिव संजय कुमार के आह्वान पर हड़ताल शातिपूर्वक सम्पन्न हुआ। मंडल कार्यालय के मुख्यद्वार पर कर्मियों ने सरकार के विरोध में नारे लगाए। यूनियन से जुड़ेनेताओं ने शहर मे घूम-घूम कर एसबीआइ सहित सभी सरकारी बैंकों और सभी प्राइवेट बैंक की शाखाओं को बंद कराया। पंजाब नेशनल बैंक ऑफिसर एसोसिएशन गया यूनिट के मंटू शर्मा ने कहा कि हड़ताल पूरी तरह से सफल रहा। हड़ताल का मुख्य एजेंडा इस तरह से था। बैंकों का विलय बंद हो, मजदूर विरोधी नीति बंद हो, तीन साल से लंबित वेतन समझौता जल्द लागू हो, बैंको में रिक्त पदों पर शीघ्र बहली हो, बड़े बड़े घरानों का एनपीए की वसूली हो।