Sasaram Panchayat Chunav 2021: सासाराम व तिलौथू प्रखंड में चुनावी हलचल तेज, 20 अक्टूबर को है पंचायत चुनाव
दशहरा का पर्व संपन्न होने के बाद जिला प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गए हैं। चौथे चरण का मतदान 20 अक्टूबर को जिले के दो प्रखंडों सासाराम और तिलौथू में होना है। दोनों प्रखंडों में नाम वापसी की प्रक्रिया पूर्ण हो गई है।
सासाराम: रोहतास, जागरण संवाददाता। दशहरा का पर्व संपन्न होने के बाद जिला प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि पूरी तरह से चुनावी मोड में आ गए हैं। चौथे चरण का मतदान 20 अक्टूबर को जिले के दो प्रखंडों सासाराम और तिलौथू में होना है। इसके लिए दोनों प्रखंडों में नामांकन तथा नाम वापसी की प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। आयोग द्वारा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को ङ्क्षसबल वितरित भी कर दिया गया है। उम्मीदवारों को भी प्रचार के लिए मात्र दो दिन का ही समय बचा हुआ है। 18 अक्टूबर की शाम पांच बजे के बाद चुनाव प्रचार का शोर थम जाएगा । उप निर्वाचन पदाधिकारी सत्यप्रिय कुमार ने बताया कि मतदान से पूर्व सेक्टर मजिस्ट्रेट को दोनों प्रखंडों के सभी बूथों का भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया गया है। इस दौरान बूथ पर आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता की जांच की जाती है। सत्यापन के दौरान पाई गई कमियों को समय रहते दुरुस्त करा लिया जाएगा। जिससे वोङ्क्षटग के दिन किसी भी प्रकार की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। बता दें चौथे चरण के लिए अभ्यर्थियों को छह अक्टूबर को चुनाव चिन्ह वितरित किया गया। इसके साथ ही नवरात्र भी शुरू हो गया। इस वजह से कुछ दिन के लिए प्रत्याशियों के चुनाव अभियान पर ब्रेक लग गया था। अब त्योहार संपन्न होते ही चुनावी हलचल शुरू हो गई है।
मतदान केंद्रों की तस्वीर अपलोड नहीं करने पर 45 बीएलओ से स्पष्टीकरण
डेहरी आनसोन में गरुड़ ऐप पर मतदान केंद्रों की तस्वीर और आक्षांश-देशांतर निर्धारित समय तक अपलोड नहीं करने पर नगर परिषद डेहरी-डालमियानगर व अकोढ़ीगोला प्रखंड क्षेत्र के 45 बीएलओ से एसडीएम समीर सौरभ ने स्पष्टीकरण की मांग की है। एसडीएम के अनुसार उक्त बीएलओ द्वारा कर्तव्य में लापरवाही पर भारत निर्वाचन आयोग ने संज्ञान लिया है। अवर निर्वाची पदाधिकारी संतोष कुमार के अनुसार निर्वाचन आयोग के निर्देश के आलोक में सभी मतदान केंद्रों की तस्वीर और आक्षांश-देशांतर अपलोड करना था, जिसे निर्धारित समय पर अपलोड नही किया जा सका है। इसे अपलोड कर दिए जाने पर किसी भी अधिकारी द्वारा जीपीएस के माध्यम से मतदान केंद्र का बिना किसी की सहायता के सत्यापन किया जा सकता है। इसके अलावा मतदाताओं का आनलाइन नाम जोडऩे-हटाने में भी सुविधा होगी। स्पष्टीकरण का जवाब दो कार्य दिवस के अंदर नहीं देने पर जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जा सकती है। स्पष्टीकरण मांगने के बाद अधिकांश बीएलओ द्वारा अपने-अपने क्षेत्र के मतदान केंद्रों की तस्वीर और आक्षांश-देशांतर गरुड़ एप पर अपलोड कर दिया गया हैै। शेष बचेेे लोग भी अपलोड कर रहे हैं।