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नवादा में असामाजिक तत्वों ने खोला फुलवरिया डैम का फाटक, निचले हिस्से में घुसा बाढ़ का पानी

बिहार के नवादा में असामजिक तत्वों ने शुक्रवार को फुलवरिया डैम का फाटक खोल दिया। फाटक खुलने के बाद देखते ही देखते निचले इलाके में पानी घुस गया। पानी की तेज धार से गांव की कई सड़कें भी बह गईं।

By Rahul KumarEdited By: Published: Fri, 15 Oct 2021 03:45 PM (IST)Updated: Fri, 15 Oct 2021 03:45 PM (IST)
नवादा में असामाजिक तत्वों ने खोला फुलवरिया डैम का फाटक, निचले हिस्से में घुसा बाढ़ का पानी
असामाजिक तत्वों ने खोला फुलवरिया डैम का फाटक, गांव में घुसा पानी। जागरण

रजौली (नवादा), संवाद सहयोगी। प्रखंड के हरदिया पंचायत के फुलवरिया डैम का फाटक शुक्रवार की सुबह असामाजिक तत्वों के द्वारा खोल दिया गया जिससे डैम से लगे निचले क्षेत्र के ग्रामीण इलाके में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। ग्रामीणों को कुछ समझ में भी नहीं आया और देखते ही देखते पानी की तेज धार में ग्रामीण सड़क बह गई। शुक्रवार की सुबह भडरा गांव के ग्रामीण की नींद जैसे ही खुली और वे अपने घरों से बाहर निकले तो देखा कि गांव के चारों तरफ पानी ही पानी है। गांव के लोग अपने-अपने खेतों की तरफ दौड़े तो देखा कि तैयार धान की फसल उपला रही है। 

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असामाजिक तत्वों के खिलाफ होगी FIR 

गांव से निकलने वाली सड़क भी पानी की तेज बहाव में बह गई थी। इस संबंध में जब सिंचाई विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ था। शुक्रवार की दोपहर 2:30 बजे तक विभाग के द्वारा पानी का बहाव बंद नहीं किया जा सका। इस संबंध में एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष से बात की गई तो उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्व के लोगों के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर आवेदन दिया गया है और पानी की बहाव को  बंद करने के टेक्निकल टीम को गया से बुलाया गया हैं।टेक्निकल टीम के आते ही पानी को बंद कर दिया जाएगा।

किसने रची साजिश

इस हरकत के पीछे किन लोगों का हाथ है, इसको लेकर क्या सिंचाई विभाग और पुलिस पता लगा सकेगी। यह कह पाना मुश्किल है। देखना यह है कि फुलवरिया डैम में जलस्तर घटने से आखिर किसको फायदा होता है। किसने अपने फायदे के लिए साजिश के तहत डैम का फाटक गुपचुप तरीके से खोल दिया। जानकारों की माने तो यह अनाड़ी व्यक्ति का काम नहीं हो सकता है। क्योंकि फुलवरिया डैम का जो फाटक खोला गया है, उसका वजन काफी है। उसके बाद भी आसानी से खोल देना यह सिंचाई विभाग के कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़ी करती है।


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