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गया में 10 महीने बाद स्‍कूलों को खोलने की तैयारी शुरू, बच्‍चों में कैंपस लौटने का उत्‍साह

Gaya News स्‍कूलों को फिर से खोलने के सरकार के फैसले से बच्चों के साथ ही अभिभावकों में भी देखने को मिल रहा उत्साह गया जिले में 307 सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में हैं करीब 2 लाख छात्र-छात्राएं निजी स्कूल संचालकों में भी देखी जा रही खुशी

By Shubh NpathakEdited By: Published: Sun, 20 Dec 2020 01:18 PM (IST)Updated: Sun, 20 Dec 2020 01:18 PM (IST)
गया में 10 महीने बाद स्‍कूलों को खोलने की तैयारी शुरू, बच्‍चों में कैंपस लौटने का उत्‍साह
वीरान पड़ा गया का प्‍लस टू जिला स्‍कूल। जागरण

गया, जागरण संवाददाता। School Re-opening in Bihar: गया जिले में सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूल, कॉलेज एवं कोचिंग संस्थान 10 महीनों के बाद चार जनवरी से खुलेंगे। राज्य सरकार द्वारा जारी घोषणा के बाद जिले के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों और उनके अभिभावकों में खुशी है। स्कूल खुलने के बाद जिले में करीब 307 सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में अर्से बाद रौनक होगी। इन स्कूलों के करीब 2 लाख छात्र-छात्राएं अपने पाठय पुस्तक से पढ़ाई कर सकेंगे। शिक्षा विभाग ने राज्य सरकार के सभी निर्देशों का अनुपालन कराना सुनिश्चित कर दिया है। हालांकि विभाग से अभी इस संबंध मेें पत्र नहीं मिला है बावजूद सभी विभागीय अधिकारी, कार्यक्रम पदाधिकारी, संभाग कर्मी अपने-अपने कार्यों में जुट गए हैं।

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अभिभावकों ने कहा: कोरोना ने बाधित की पढ़ाई, स्कूल खुलने से मिलेगी राहत

स्कूल खुलने की सूचना से हरेक अभिभावक खुश हैं। शहर के नई गोदाम झीलगंज निवासी अनिता सिन्हा ने बताया कि सरकार की यह पहल बेतहर है। स्कूल बंद होने के कारण शिक्षा पर काफी असर पड़ा है। सर्तकर्ता के साथ विद्यालय का संचालन करना होगा। डेल्हा खरखुरा निवासी चंदन सिंह  ने कहा कि सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन सभी स्कूलों को करना होगा। तभी विद्यालय बेहतर तरीके से चल सकेगा। नहीं तो बच्चों के बीमार पडऩे का खतरा रहेगा।

निजी स्कूल संचालकों ने सरकार के निर्णय को सराहा

शहर के मेडिकल रोड स्थित मेडिकल डीएवी  स्कूल के प्राचार्य अनिल कुमार ने कहा कि सरकार का यह निर्णय सराहनीय है। विद्यालय में साफ-सफाई  हो रही है। बंद होने का सीधा असर बच्चों के शिक्षा पर पड़ा है। ऑनलाइन तरीके से बच्चों को पढ़ाया जाता है। परंतु वर्ग संचालन एवं ऑनलाइन की शिक्षा में काफी अंतर रहती है। शारीरिक दूरी का पालन एवं बच्चों को मास्क पहनाकर विद्यालय की कक्षाएं चलाई जाएंगी।

पहले चरण में नौवीं से बारहवीं तक संचालित होंगे स्कूल

सरकारी निर्देशों के मुताबिक पहले चरण में नौवीं से 12वीं तथा कॉलेजों में अंतिम वर्ष की कक्षाएं चलेंगी। सभी कोचिंग संस्थान भी खुलेंगे। कोरोना काल के निर्धारित नियमों का पालन अनिवार्य होगा। जिला प्रशासन स्कूलों की कक्षा और परिसर में मास्क, सैनिटाइजर उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन कराना सुनिश्चित कराएंगी।  कोरोना गाइडलाइन के अनुरूप ही 4 जनवरी से स्कूल खुलने हैं। अब तक की जानकारी के अनुसार 18 जनवरी से नौवीं से निचते स्तर की कक्षाएं खुल सकती है। इसके पहले सरकार समीक्षा करेगी कि जो कक्षाएं चार जनवरी से चलाई जा रही हैं, उससे किसी प्रकार की कोई दिक्कत तो नहीं।

एक कक्षा में 50 फीसद बच्चे ही एक बार में करेंगे पढ़ाई

सरकार के मुख्य सचिव के अनुसार जो भी कक्षाएं चलेंगी वहां एक दिन में 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही आएंगे। किसी कक्षा में अगर किसी कक्षा में 40 विद्यार्थी हैं तो एक दिन में वे 20 ही आ सकेंगे। सभी बच्चे मास्क पहनकर आएंगे। स्कूलों के द्वारा कोरोना से संबंधित गाइडलाइन को पूरा किया जाएगा।

क्या कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी

कोरोना काल में लंबे अर्से के बाद नौवीं से बारहवीं कक्षा तक के विद्यालयों में पठन पाठन शुरू करने की सूचना है। इस संबंध में अभी लिखित विभागीय पत्र नहीं मिला है। जैसा निर्देश प्राप्त होगा उस दिशा में आगे की कार्रवाई की जाएगी।

मो. मुस्तफा हुसैन मंसूरी, डीईओ, गया।


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