भवन निर्माण या विद्यालय विकास की राशि को अन्य कार्यो में इस्तेमाल करने वालों पर होगी कार्रवाई
दैनिक जागरण के लोकप्रिय कॉलम प्रश्न पहर में बुधवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी मो. मुस्तफा हुसैन मंसूरी ने शिक्षा से जुड़े सवालों के दिए। उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में पठन-पाठन को काफी दुरुस्त किया गया है। स्मार्ट क्लास शुरु होने से सरकारी विद्यालयों की तस्वीर बदल रही है। अब कक्षाओं में छात्रों की पढ़ाई पहले से ज्यादा सुविधाजनक और हाईटेक हो गई है।
दैनिक जागरण के लोकप्रिय कॉलम प्रश्न पहर में बुधवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी मो. मुस्तफा हुसैन मंसूरी ने शिक्षा से जुड़े सवालों के दिए। उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में पठन-पाठन को काफी दुरुस्त किया गया है। स्मार्ट क्लास शुरु होने से सरकारी विद्यालयों की तस्वीर बदल रही है। अब कक्षाओं में छात्रों की पढ़ाई, पहले से ज्यादा सुविधाजनक और हाईटेक हो गई है। विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए बेहतर शिक्षा देने की प्रक्रिया जारी है। निर्धारित समय पर छात्रवृत्ति वितरण का कार्य सुनिश्चित किया जाएगा। सरकारी निर्देशों के अनुसार शैक्षणिक माहौल को और विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। भवन निर्माण या अन्य विद्यालय विकास की राशि को अन्य कार्यो में इस्तेमाल करने वालों की कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए विभाग द्वारा जांच प्रक्रिया चल रही है।
मोहड़ा प्रखंड में प्राथमिक विद्यालय सुरजपुर के शिक्षक द्वारा विद्यालय के निर्माण की राशि गबन के मामले का क्या हुआ?
दरोगी सिंह, सुरजपुर मोहड़ा प्रखंड
जिले के कई प्राथमिक विद्यालयों को भवन निर्माण के लिए राशि दी गई थी। कई विद्यालयों में भवन बनाए गए, जबकि कइयों में इस राशि को अन्य कार्यो में इस्तेमाल किया गया। उन राशि को विभाग को जमा करना पड़ेगा। प्राथमिक विद्यालय सुरजपुर के शिक्षक पर एक सप्ताह के अंदर कार्रवाई कर जांच की जाएगी।
इंटर के एडमिट कार्ड में मेन विषय बदल गया है। कॉलेज से छात्रवृत्ति की राशि अब तक उपलब्ध नहीं कराई गई है।
मनोज कुमार, राजेंद्र पथ तेल बिगहा, गया
इस मामले में कॉलेज के प्राचार्य से मिलकर अपनी समस्या बताएं। इंटर में विषय के बदलाव की बात है तो शिक्षा विभाग द्वारा बोर्ड को प्रपत्र लिखकर जानकारी दी जाएगी। इसके लिए डीईओ ऑफिस आकर एक आवेदन दें।
निजी भवन से विद्यालय के स्थानांतरण का लेटर आने के बाद भी चार महीने हो गए। अब तक प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है।
अख्तर हुसैन, बनिया पोखर, गया
शिक्षा विभाग द्वारा 27 जुलाई को उर्दू प्राथमिक विद्यालय बनिया पोखर को स्थानांतरण करने का आदेश जारी हुआ है। कार्य का दायित्व बीईओ को दिया गया था। इसके लिए विद्यालय का निरीक्षण भी किया गया था। जल्द ही विद्यालय का स्थानांतरण कार्य किया जाएगा।
वागेश्वरी रोड स्थित प्राथमिक विद्यालय संजय नगर में पेयजल व शौचालय नहीं है।
रंजन कुमार समाजसेवी, संजय नगर वागेश्वरी
अगर ऐसी समस्या विद्यालय में है तो निरीक्षण किया जाएगा। साथ ही पेयजल व शौचालय की सुविधा जल्द ही मुहैया कराई जाएगी। इसके लिए पीएचडी विभाग के अधिकारी से बात कर चापाकल की व्यवस्था की जाएगी। विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की परेशानी जल्द दूर की जाएगी। बेहतर शिक्षा व सुविधा मुहैया कराने के लिए विभाग प्रतिबद्ध है।
जिले के कई उच्च विद्यालयों में छात्रवृत्ति राशि का वितरण नहीं हो रहा है। गरीब बच्चों को परेशानी हो रही है।
धीरेंद्र कुमार, खरखुरा बैरागी
जिले के उच्च विद्यालयों में छात्रवृत्ति की राशि आबंटन किया गया। अगर ऐसा है तो संज्ञान लिया जाएगा। विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा अगर लापरवाही बरती जा रही है तो कार्रवाई की जाएगी।
सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। डेढ़ साल गुजर गए पर बकाया वेतन का भुगतान नहीं हुआ है।
सुरेंद्र कुमार, सेवानिवृत्त शिक्षक, खिजरसराय
शिक्षा विभाग की स्थापना शाखा में डेढ़ साल की गणना पुस्तिका की जांच कर जल्द से जल्द बकाया वेतन का भुगतान करने का प्रयास किया जाएगा। ऐसे सेवानिवृत्त कई शिक्षकों की बकाया राशि का भुगतान जा चुका है।
2016 में इंटरमीडिएट पास हुए विद्यार्थियों को अब तक सर्टिफिकेट नहीं मिला है। मेरा भाई गया कॉलेज से साइंस विषय से पास किया है।
विनीता कुमारी, वार्ड 12
बोर्ड द्वारा इंटरमीडिएट के 2016 का सर्टिफिकेट जारी हुआ या नहीं, इसकी जानकारी ली जाएगी। अगर बोर्ड द्वारा जारी नहीं हुआ है तो उसे जल्द जारी कराने के लिए प्रपत्र के माध्यम से जानकारी दी जाएगी। साथ ही गया कॉलेज के प्राचार्य से मिलकर इस समस्या से उन्हें अवगत कराने की कोशिश करें।
सरकारी विद्यालयों में पठन-पाठन की बेहतर सुविधा नहीं है। सभी विषयों पढ़ाई नहीं होती है।
रंजीत पासवान, समाजसेवी, बैरागी
मध्य व उच्च विद्यालयों में बेहतर शिक्षा दी जा रही है। जिले के सभी स्कूलों का समय-समय पर शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों द्वारा निरीक्षण व जांच की जाती है। सरकारी योजनाओं का समुचित लाभ भी दिया जा रहा है। स्मार्ट क्लास के शुरु होने से सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की तस्वीर बदल रही है। अब कक्षाओं में छात्रों की पढ़ाई, पहले से ज्यादा सुविधाजनक की जा रही है। शैक्षणिक माहौल को और विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।