औरंगाबाद डीएओ ने कर्मियों को दिया मत्वपूर्ण निर्देश, कहा- 280 कर्मी उठाते हैं वेतन, तब भी नहीं होता कार्य
कृषि यांत्रीकरण योजना में निर्गत परमिट के अनुरूप खरीद नहीं हुई है। किसानों से संपर्क कर विक्रेताओं से यंत्र क्रय तथा भौतिक सत्यापन क्लेम बिल को अपलोड कराना उनकी जिम्मेदारी बनती है। डीएओ ने रविवार को ऐसा निर्देश जारी किया है। वे प्रखंडो में भ्रमण कर जायजा ले रहे थे।
जागरण संवाददाता, औरंगाबाद : कृषि यांत्रीकरण योजना में निर्गत परमिट के अनुरूप खरीद नहीं हुई है। किसानों से संपर्क कर विक्रेताओं से यंत्र क्रय तथा भौतिक सत्यापन, क्लेम बिल को अपलोड कराना उनकी जिम्मेदारी बनती है। डीएओ रणवीर सिंह ने रविवार को ऐसा निर्देश जारी किया है। वे प्रखंडो में भ्रमण कर योजनाओं के अद्यतन स्थिति का जायजा ले रहे थे। बताया गया कि यंत्र खरीद के पश्चात कंपनियों तथा कृषकों के खाते में राशि भेजने का कार्य जिलास्तर पर करना है। किसी भी तरह की लापरवाही बरतने पर आवश्यक कार्रवाई के लिए वरीय अधिकारियों को लिखा जाएगा।
कृषि विभाग द्वारा 280 कर्मियों को वेतन
बताया गया कि कहीं से किसी तरह की शिकायत मिलने पर सर्विस बुक में अंकित किया जाएगा। जल संचयन योजना में कृषि समन्वयक के साथ जिन्हें आइडी पासवर्ड दिया गया है वे किसानों के तालाब का फोटो जीपीएस पर लोड करेंगे। साथ हीं मापी पुस्तिका की अद्यतन रिपोर्ट समर्पित करेंगे। बताया कि कृषि विभाग के द्वारा 280 कर्मियों को वेतन दिया जाता है परंतु क्षमता के अनुसार कार्य नहीं हो रहा है। शिथिलता बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ई-किसान भवन का रखरखाव जरूरी
डीएओ ने बताया कि ई- किसान भवन का रखरखाव जरूरी है। सरकार के गाइडलाइन के अनुसार बिजली बिल भुगतान में 24,000, कार्यालय की सफाई एवं मरम्मत कार्य में 1,80,000 रुपये तक खर्च किया जाना है, इसके लिए सभी बीएओ 25 फरवरी तक अकाउंट बिल जमा करेंगें।
ओला वृष्टि का आकलन करना अनिवार्य
डीएओ ने बताया कि जिले के देव, मदनपुर, कुटुंबा एवं नवीनगर में ओलावृष्टि से फसल की क्षति हुई है। इसका प्राथमिक आंकड़ा ले लिया गया है पर अंतिम आंकड़ा लेकर जिला पदाधिकारी के कार्यालय में रिपोर्ट समर्पित करना है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण का अभिश्रव फोटो, साक्ष्य हस्ताक्षर पंजी का बीएओ से अनुमोदन कराकर शीघ्र जमा करें। इस दौरान किसानों को समय से गरमा मूंग का बीज उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।